Raebareli News: मंत्री प्रतिभा शुक्ला बोलीं, कानपुर देहात मामले में अधिकारियों पर मुकदमा उचित नहीं

Raebareli News: ज़िले की प्रभारी बनाये जाने के बाद बचत भवन सभागार में अधिकारियों संग समीक्षा बैठक कर उन्होंने कानपुर देहात की घटना को लेकर सफाई दी।

Report :  Narendra Singh
Update: 2023-02-17 15:11 GMT

Raebareli Minister Pratibha Shukla (Social Media)

Raebareli News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर रायबरेली ज़िले की प्रभारी मंत्री प्रतिभा शुक्ला आज रायबरेली पहुंचीं। ज़िले की प्रभारी बनाये जाने के बाद बचत भवन सभागार में अधिकारियों संग समीक्षा बैठक कर उन्होंने कानपुर देहात की घटना को लेकर सफाई दी।

मंत्री ने कहा कि उन्हें भी महिलाओं की मौत का दुख है लेकिन अधिकारियों ने जानबूझकर उनकी हत्या नहीं की है। प्रतिभा शुक्ला अधिकारियों पर दर्ज किए गए मुकदमे को भी उचित नहीं मान रही हैं। बता दें कि प्रतिभा शुक्ला के पति पूर्व सांसद अनिल शुक्ला ने भी अधिकारियों के खिलाफ की गई कार्रवाई को अनुचित माना है।

मंत्री की उपस्थिति में भाजपाइयों ने जमकर बवाल काटा

रायबरेली में ज़िले की प्रभारी मंत्री के सामने भाजपाइयों ने जमकर बवाल काटा। आमने सामने आए भाजपाइयों में हाथापाई की नौबत आती इससे पहले ही सिटी मजिस्ट्रेट पल्लवी मिश्रा ने बीच बचाव कर दोनो को अलग किया। दरअसल भाजपा नेता रमेश बहादुर सिंह प्रभारी मंत्री से सीएमओ की शिकायत करने पहुंचे थे। रमेश बहादुर का कहना था कि सीएमओ ने दवा जलाये जाने के आरोपी सीएचसी अधीक्षक को हटाए जाने के बाद फिर पोस्टिंग दे दी।

इसी को लेकर बैठक स्थल के बाहर रमेश बहादुर नारेबाजी कर रहे थे तभी भाजपा के नगर उपाध्यक्ष विश्व प्रकाश पाठक ने रमेश बहादुर को चुप रहने के लिए कहा। इसी पर दोनों के बीच झड़प की नौबत आ गई। इससे पहले कि दोनों हाथापाई करते सिटी मजिस्ट्रेट ने दोनो को अलग कर दिया।

क्या हुआ था कानपुर देहात में?

कानपुर देहात जिले के मडौली गांव में अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान बीते 14 फरवरी को एक 46 वर्षीय महिला और उसकी 22 वर्षीय बेटी की जलकर मौत हो गयी। इस घटना के एक दिन बाद पुलिस ने 39 लोगों के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज की, जिसमें उप -विभागीय मजिस्ट्रेट (एसडीएम), लेखपाल (राजस्व अधिकारी) और स्थानीय पुलिस स्टेशन के स्टेशन हाउस अधिकारी भी शामिल थे। पुलिस ने दो लोगों लेखपाल अशोक सिंह और बुलडोजर के चालक दीपक को तुरंत गिरफ्तार भी कर लिया।

वहीं महिलाओं के परिवार ने दावा किया कि अधिकारियों ने सोमवार को उनके फूस के घर में आग लगा दी, जिससे प्रमिला दीक्षित और उनकी बेटी नेहा की मौत हो गई। जिला प्रशासन ने इस आरोप से इनकार किया और दावा किया कि दोनों महिलाओं ने अंदर से ताला लगाकर अपनी झोपड़ी में आग लगा दी।

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