Mirzapur: मंडलीय अस्पताल में रैबीज का इंजेक्शन नहीं, बेड पर सोते हैं कुत्ते

जिले के नवागत डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार भी सुबह-सुबह मण्डलीय अस्पताल निरीक्षण करने पहुंचे थे। जहां पर जिलाधिकारी अस्पताल में खामियां देख बैरंग लौट आए।;

Update:2021-01-08 20:39 IST
जिले के नवागत डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार भी सुबह-सुबह मण्डलीय अस्पताल निरीक्षण करने पहुंचे थे। जहां पर जिलाधिकारी अस्पताल में खामियां देख बैरंग लौट आए।

मिर्जापुर जिले का बैरिस्टर यूसुफ इमाम मण्डलीय अस्पताल बहुत बड़ा अस्पताल है। जहां पर तीन जिलों भदोही, सोनभद्र, और मिर्ज़ापुर के लोग दूर दूर से अस्पताल में इलाज के लिए आते है। मंडलीय अस्पताल में सुविधाए बहुत है लेकिन जन सुविधाओं का धरातल पर दिखना मुश्किल हो गया है। मण्डलीय अस्पताल में भवन आलीशान बेशकीमती लागत से बना है। लेकिन जनाब चौकाने वाली तस्वीर देखने को मिलेगी अनोखी बात यह है कि जिले के नवागत डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार भी सुबह-सुबह मण्डलीय अस्पताल निरीक्षण करने पहुंचे थे। जहां पर जिलाधिकारी अस्पताल में खामियां देख बैरंग लौट आए।

 

रैबीज के इंजेक्शन नही है मौजूद

 

जिले में स्थित बैरिस्टर यूसुफ इमाम अस्पताल में रैबीज इंजेक्शन उपलब्ध नहीं है। जनता सरकार से बड़ी उम्मीद लगा कर बैठी है। जनता की उम्मीदों और सपनों पर पानी फिर गया है। मण्डल के मण्डलीय अस्पताल में रैबीज का इंजेक्शन नही है। तीन जिलों से मरीज अपने इलाज के लिए यहां आते है।

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साफ सफाई में मिली खामियां

 

जिले के मण्डलीय अस्पताल में साफ-सफाई बहुत अच्छी नहीं है। अस्पताल परिसर में कुत्ते घूमते रहते हैं। जबकि सरकार ने बड़े-बड़े विज्ञापनों के जरिए स्वच्छ भारत अभियान के तहत हर घर में सफाई करने के लिए प्रोत्साहित किया है।

 

बाथरूम के सामने लेटे मरीज

 

बाथरूम के सामने बदबूदार जगह में सर्जिकल वार्ड के पीछे की तरफ दो मरीजों को इलाज के लिए लेटाया गया है। वही जहां सर्जिकल वार्ड में चार बेड खाली भी पड़े है। लेकिन जिस बदइंतजामी के तहत मरीजों की देखभाल की जा रही है ।

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अस्पताल प्रशासन मरीजों की स्थिति देख कर सरकार के लागत से बनाई गई बेशकीमती मण्डलीय अस्पताल देखने मे महज अस्पताल है अस्पताल के अंदर कुत्तों की मौज काटने वाली जगह बन रह गई है। जहां मरीजों के जाने से डर लगता है।

 

रिपोर्टर बृजेंद्र दुबे

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