लॉकडाउन में नहीं होगी पानी की समस्या, यूपी के इस डीएम ने किए ख़ास इंतज़ाम

लॉकडाउन के बीच लोगों को किसी भी तरह की कोई समस्या न हो इसके लिए मिर्जापुर प्रशासन लगातार काम में जुटा है। इसी कड़ी में मिर्जापुर डीएम सुशील कुमार ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि यह सुनिश्चित किया जाये कि जिले में ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में किसी भी प्रकार की पेयजल की समस्या जनमानस तथा पशु पक्षियों के लिये न रहे।

Update:2020-04-21 20:24 IST

मिर्जापुर। उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले के डीएम सुशील कुमार पटेल ने पेयजल से संबंधित सभी अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि पेयजल से जुडी सभी समस्याओं का समाधान त्वरित किया जाय। कंट्रोल रूम 24 घंटे संचालित रहे और प्राप्त शिकायतों का तत्काल त्वरित समाधान किया जाये।

मिर्जापुर डीएम सुशील कुमार पटेल के निर्देश

लॉकडाउन के बीच लोगों को किसी भी तरह की कोई समस्या न हो इसके लिए मिर्जापुर प्रशासन लगातार काम में जुटा है। इसी कड़ी में मिर्जापुर डीएम सुशील कुमार ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि यह सुनिश्चित किया जाये कि जिले में ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में किसी भी प्रकार की पेयजल की समस्या जनमानस तथा पशु पक्षियों के लिये न रहे।

पेयजल की समस्या के समाधान को लेकर अधिकारियों को दिए निर्देश

डीएम ने कहा कि जिले में 809 ग्राम पंचायतों में स्थिति सभी 2188 तालाबों में पशुु-पक्षियों को पीने तथा अन्य जनोपयोगी कार्यो के लिए तालाब में पानी भरवाकर पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित किया जाये। वहीं प्रत्येक ग्राम पंचायत में कम से कम एक तालाब पानी से अवश्य भरा रहे। इसके अलावा जिले के विभिन्न ग्रामों में पशुओं एवं पक्षियों को पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कुल 1688 चरहियों की साफ-सफाई की व्यवस्था कराकर जल भरवा दिया जाये।

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ब्लाक स्तर पर समाधान किया जाए

डीएम ने कहा कि जिले स्तर तथा विकास खडों में विकास खण्ड स्तर पर पेयजल से सम्बन्धित शिकायातों को प्राप्त करने के लिये कंट्रोल रूम की स्थपना कर ली जाये, जहां पेयजल से सम्बंधित प्राप्त शिकायतों को समयबद्ध तरीके से समाधान किया जाये।



सभी कार्यालयों में निःशुल्क प्याउ की व्यवस्था

उन्होंने सभी अधिकारियों से यह भी कहा कि जिले के सभी कार्यालयों में निःशुल्क प्याउ की व्यवस्था करायी जाये। सभी सरकारी परिसरों तथा कलेक्ट्रेट, तहसील, विकास खण्ड, थाना,अस्पताल इत्यादि स्थनों पर घड़े में पानी रखवाकर पानी पीने की व्यवस्था करायी जाये।

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पेयजल परियोजनाओं का निरीक्षण करें अधिकारी

डीएम ने कहा कि जिले में संचालित एकल समूह एवं समूह पाइप पेयजल परियोजनाओं का निरीक्षण अधिशासी अभियंता जल निगम, जिला पंचायतराज अधिकारी एवं समस्त खण्ड विकास अधिकारी करा लें तथा इन परियोजनाओं में यदि किसी प्रकार की तकनीकी या विद्युत दोष हैं तो उसे तत्काल ठीक कराते हुये चालू हालत में रखा जाये।

हैण्डपम्पों की रीबोर एवं मरम्मत के बारे में

हैण्डपम्पों की रीबोर एवं मरम्मत के बारे में डीएम ने निर्देेशित किया कि जिले के विभिन्न ग्राम पंचयातों में अधिष्ठापित किये गये कुल 47609 हैण्डपमपों का ग्रामवार सत्यापन करा लें। यदि कोई हैण्डपम्प छोटी-मोटी खराबी से नहीं चल रहा है तो उसे प्रत्येक दशा में 2 दिवस के अन्दर ठीक करा लिया जाय।

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कुल 36 दुकानों से हैण्डपम्प मरम्मत

उन्होंने कहाकि जिले के सभी विकासखण्डों के लिए प्रत्येक विकास खण्ड में 3 की दर से कुल 36 दुकानों से हैण्डपम्प मरम्मत में प्रयोग किये जाने वाली सामग्रियां उपलब्ध कराने की स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है। इन दुकानों से मरम्मत, रीबोर में उपयोग की जाने वाली सामग्रियों का नियमानुसार क्रय किया जाय।

एक सप्ताह में चालू कराने का दिया समय

इसके अलावा रीबोर योग्य पाये गये हैण्डपम्पों का सत्यापन विकास खण्डों में तैनात जल निगम के अवर अभियंता एवं लधु सिंचाई के अवसर अभियंता तथा सहायक विकास अधिकारी पंचायत तथा सम्बन्धित ग्राम के ग्राम पंचयात अधिकारी सत्यापन कराते हुये रीबोर योग्य हैण्डपंपों को प्रत्येक दशा में एक सप्ताह के अन्दर चालू हालत में करा दिया जाय।

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खराब सोलर पम्पों को चालू कराने के आदेश

डीएम ने यह भी कहा कि जिले में कुल 106 ग्राम पंचायतों में अधिष्ठापित 153 नग सोलर पम्प अधिष्ठापन का सत्यापन करा लिया जाय तथा खराब सोलर पम्पों को प्रत्येक दशा में एक सप्ताह के अन्दर चालू कराया जाये। जिला विकास अधिकारी सोलर पम्पों को ठीक कराने में अपना सहयोग करने हेतु परियोजना अधिकारी नेडा को तकाल पत्र निर्गत कर दिशा निर्देश देगें।

147 टेंकरों के माध्यम से पेयजल जलापूर्ति

डीएम ने यह भी कहा कि जिले में कुल 234 राजस्व ग्रामों में 147 टेंकरों के माध्यम से पेयजल जलापूर्ति किये जाने के सम्बन्ध में सर्वप्रथम सभी टैंकरों को चालू हालत में रखते हुये अन्दर एवं बाहर से पर्याप्त साफ-सफाई तथा सेनीटाइजेसन करा लिया जाय। जिन ग्रामों में टेंकर से जलापूर्ति की जानी है उन ग्रामों में जलापूर्ति हेतु समस्याग्रस्त बस्तियों एवं परिवारों का चिन्हीकरण करा लिया जाय।

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जल को शुद्ध भी किया जाय

टेंकरों में जल भरने हेतु हेतु नजदीकी जल स्रोत चिन्हित कर लिया जाये तथा टैंकरों को चलाने वाले चालक का नाम व मोबाइल नम्बर प्राप्त कर लिया जाय एवं रूट चार्ट बनाकर समस्या ग्रस्त बस्तियों में पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित की जाये। उन्होंने कहाकि टेंकरों की आपूर्ति भरे जाने वाले जल को शुद्ध भी किया जाय।

टेंकर संचालन में होने वाले व्यय का भुगतान साप्ताहिक सत्यापन के आधार पर

समस्त खण्ड विकास अधिकारियों को डीएम ने निर्देशित करते हुये कहा कि टैंकरों के द्वारा जलापूर्ति हेतु रूट चार्ट के अनुसार अंकन लागबुक में किया जाय तथा टेंकर संचालन में होने वाले व्यय का भुगतान साप्ताहिक सत्यापन के आधार पर कराया जाय एवं जलापूर्ति की की वित्तीय स्थिति पर कडी नजर रखी जाय। उनहोंने कहा कि यह भी कहाकि कहीं भी जनमानस सहित पशुु पक्षियों को पेयजल की दिक्कत न होने पाये।

बिजेंद्र दुबे

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