Mirzapur News: हाथरस कांड मामले में निकाला कैंडिल मार्च, मृतकों को दी श्रद्धांजलि
Mirzapur News: हाथरस कांड में मृतकों के आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। कैंडल मार्च का आयोजन राष्ट्रवादी मंच ने किया था।
Mirzapur News: हाथरस में आयोजित धर्म सभा में भीड़ का शिकार बनकर मौत की आगोश में जाने वाले लोगों के लिए श्रद्धांजलि देते हुए राष्ट्रवादी मंच ने कैंडल मार्च निकाला। मृतकों के आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना किया गया। कैंडल मार्च का आयोजन राष्ट्रवादी मंच ने किया था। कैंडल मार्च नगर के चौबे टोला रामटेक से आरंभ हुआ जो नगर के विभिन्न मार्गो से होते हुए संकट मोचन पर जाकर श्रद्धांजलि सभा में परिवर्तित हो गया।
मनोज श्रीवास्तव ने की बड़ी मांग
इस मौके पर राष्ट्रवादी मंच के अध्यक्ष मनोज श्रीवास्तव ने मृतकों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। कहा कि इस मामले के आरोपियों को चिंहित कर कठोर कार्रवाई किया जाए, ताकि भविष्य में धर्म के नाम पर इस प्रकार के हाथों से हादसों की पुनरावृत्ति ना हो। उन्होंने कहा कि धर्म के नाम पर हाथरस में भगदड़ में 122 से अधिक लोगों की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई किया जाना समय की मांग हैं। उन्होंने आश्चर्य जताते हुए कहा कि धर्म के नाम पर ढोंगी लोग भोली भाली जनता को बरगलाकर अपना स्वार्थ सिद्ध कर रहे हैं। इसका आकलन जुटीं भीड़ से लगाया जा सकता है। दुष्कर्म का आरोपी प्रवचन के नाम पर लोगों को इकट्ठा करता है। कानून के लचीलेपन का फायदा उठाकर वह करोड़ की संपत्ति अर्जित करता है।
जनता को धर्म के नाम पर बरगलाता रहता है। कहा कि जो कानून को नहीं मानता। कोरोना काल में प्रतिबंध के बाद भी इस तरह का आयोजन किया था। जिसे जनहित, राष्ट्र हित और समाज हित की चिंता नहीं वह धर्म के नाम पर स्वांग करने वाला ढोंगी ही कहा जा सकता है। दोषियों पर खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाने की मांग की गई। कैंडिल मार्च में आनंद अग्रवाल, रवि पुरवार, रवि शंकर साहू, राकेश सोनी, संतोषी निषाद, राम दत्त पाण्डेय, अनिल गुप्ता, मनोज दमकल, अखिलेश अग्रहरी, सचिन कुमार, शिवम, राजेश सोनकर, संतोष संतु, उदय गुप्ता, अंकुर श्रीवास्तव, मोहित गुप्ता, विजय साहू, मुकेश साहू, बंटी सोनकर, जितेंद्र चंद्र यादव, पवन अग्रहरी, दीपक श्रीवास्तव, पंकज दुबे, सुशील कुमार, अनूप गुप्ता, सचिन ऊमर, संजय पटेल, हर्षित कसेरा एवं ऋत्विक पुरवार आदि प्रमुख रुप से शामिल थे।