Mirzapur: राज्यपाल ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की प्रतिमा का किया अनावरण, छात्राओं को वितरित की साइकिल

Mirzapur: राज्यपाल आनंदी बेन पटेल शनिवार को जनपद दौरे पर पहुंची। राज्यपाल ने दोमुहिया तिराहा पर लगे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी झुरी बिंद के प्रतिमा का अनावरण किया।

Report :  Brijendra Dubey
Update: 2024-03-02 10:45 GMT

राज्यपाल ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की प्रतिमा का किया अनावरण (न्यूजट्रैक)

Mirzapur News: राज्यपाल आनंदी बेन पटेल शनिवार को जनपद दौरे पर पहुंची। राज्यपाल ने दोमुहिया तिराहा पर लगे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी झुरी बिंद के प्रतिमा का अनावरण किया। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल आईटीआई कालेज ग्राउंड में पहुंचकर विभिन्न योजनाओं के वितरण कार्यक्रम में शामिल हुईं। वह अनुप्रिया पटेल फाउंडेशन की मदद से जनपद के प्रत्येक विद्यालय के मेधावी छात्राओं को साइकिल वितरण कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंची थी। आईटीआई कालेज ग्राउंड पर राज्यपाल जनसभा के मंच पर स्वागत किया गया। राज्यपाल के स्वागत के लिए के बी डिग्री कॉलेज की छात्राओं ने स्वागत गीत गाया।

राज्यपाल ने बेटियों की शिक्षा पर दिया जोर

यूपी के मिर्जापुर जिले के आईटीआई कालेज के जनसभा में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल पहुंची। उन्होंने दोमुहिया तिराहा पर लगे झुरी बिंद की प्रतिमा का अनावरण किया। राज्यपाल आईटीआई कालेज ग्राउंड पर अनुप्रिया पटेल फाउंडेशन की मदद से जनपद के मेधावी छात्राओं को साइकिल वितरण किया। उन्होंने कार्यक्रम में आशाओं को भी सम्मानित किया। बर्तन सामग्री स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को सामग्री वितरण किया।

राज्यपाल सभा को संबोधित करते हुए कहा कि,“ आजादी के आंदोलन में अपना सहस्त्र जीवन न्यौछावर करने वाले झुरी बिंद की प्रतिमा का अनावरण किया। मुझे बहुत खुशी है। आजादी के आंदोलन के आंदोलनकारी अंडमान निकोबार के जेलों में अपना जीवन गुजार दिया। आजादी के आंदोलन में जंगल पानी में रहने वाले लोगो ने भाग लिया। समाज में बुराई नही होना चाहिए। हमने राम राज्य की कल्पना किया था। जहां आज हमारे प्रधानमंत्री का सपना है आजादी के 100 साल बाद हमारा भारत देश विकसित हो । विकसित भारत का क्या मतलब है सरकारी योजनाओं से वंचित लोगो को उन योजनाओं का लाभ मिलेगा तब भारत देश विकसित होगा। बेटियों की पढ़ाई मेरी दृष्टि से बहुत इंपोर्टेंट है। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्वयं सहायता समूह का गठन हुआ। राज्य सरकारों ने कुछ पैसा समूह चलाने के लिए दिया। सरकारी प्राइमरी स्कूलों में लड़कियां ज्यादा दाखिला लेती है। लडको को बड़े बड़े प्राइवेट स्कूलों को दाखिला कराया जाता है। हम विश्व विद्यालय दीक्षांत समारोह में जाते है। वहां पर 100 की संख्या में 80 लड़कियों को कांस्य पदक देती हूं। लड़कियां आज लड़कों से आगे हैं।

अनुभव को किया साझा

उन्होंने अपने अनुभव को साझा करते हुए बताया कि जब मैं मंत्री बनी तो महिला बाल विकास विभाग की मंत्री बनी शून्य से शुरुआत की आज आंगनवाड़ी में सबसे ज्यादा काम हो रहा है। बच्चो को खिलाओ पिलाओ, बीमार है तो दवा कराओ, कुपोषित बच्चो को अस्पताल ले जाओ। सरकार की प्राथमिकता में गृह विभाग, पीडब्ल्यूडी विभाग, उद्योग विभाग होता है।लेकिन विकसित भारत को बनाने के लिए आंगनवाड़ी को मजबूत बनाने पर जोर देना चाहिए। आंगनवाड़ी में बच्चो को शिक्षित करने के लिए एक चैनल बनाना चाहिए। प्राथमिक विद्यालय से यूनिवर्सिटी तक की शिक्षा एक साथ दिया जाना चाहिए। शिक्षा पद्धति में सुधार की आवश्यकता है। एक भी बच्चा शिक्षा से छूटना नही चाहिए तभी विकसित भारत बनेगा। टीबी रोग से ग्रस्त बच्चों को टीबी बीमारी से मुक्त करने के लिए एक-एक बच्चे को गोद लेना होगा। भाषण से काम नहीं चलेगा। 2025 तक भारत को टीबी मुक्त बनाना है। तीन लाख से ज्यादा टीबी के मरीज स्वस्थ्य हो चुके है। प्रजा के सहयोग से आंगनवाड़ी किट वितरण किया गया है।

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