Mirzapur News: संगीत नाटक अकादमी समेत विभिन्न मंचों पर कजली गायिका उर्मिला को मिला पदमश्री सम्मान

Mirzapur News: उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी समेत विभिन्न मंचों पर कजली गायिका को सम्मानित किया जा चुका है। कजली के क्षेत्र में ख्यातिलब्ध उर्मिला ने देश के विभिन्न प्रांतों के साथ ही मारीशस, दुबई और भूटान में भी मंच साझा कर वाहवाही लूट चुकी हैं।

Report :  Brijendra Dubey
Update:2024-01-26 15:04 IST

गायिका उर्मिला श्रीवास्तव (Newstrack)

Mirzapur News: गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पदम श्री समेत विभिन्न पुरस्कार के लिए चयनित विशिष्ट लोगों की सूची जारी किया गया। जारी सूची में 120 नम्बर पर उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले की प्रख्यात कजली और लोक गायिका उर्मिला श्रीवास्तव को शामिल किया गया है। उन्हें यह सम्मान अपनी संस्कृति और लोक कला को संजोकर रखने के लिए दिया गया है। देश ही नहीं विदेशों में भी भारतीय लोक कला का जादू बिखेरने वाली कलाकार को सम्मानित किए जाने की घोषणा से अपनी संस्कृति के लिए समर्पित लोग गदगद हैं। उर्मिला श्रीवास्तव ने इसे विंध्य क्षेत्र का सम्मान और माता विंध्यवासिनी की कृपा बताया।

उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी समेत विभिन्न मंचों पर कजली गायिका को सम्मानित किया जा चुका है। कजली के क्षेत्र में ख्यातिलब्ध उर्मिला ने देश के विभिन्न प्रांतों के साथ ही मारीशस, दुबई और भूटान में भी मंच साझा कर वाहवाही लूट चुकी हैं। नगर के आर्यकन्या इंटर कॉलेज में संगीत शिक्षिका के रुप में सेवा करते हुए 2012 में सेवा निवृत हुई है। गुरु अमिता दत्त एवं प्रो. कमला श्रीवास्तव से शिक्षा ग्रहण करने के बाद शिक्षण क्षेत्र में आ गई। 1968 में आकाशवाणी से नाता जुड़ा तो वह आगे बढ़ता रहा। आधा दर्जन के करीब कैसेट बने। विभिन्न चैनलों के सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भागीदारी निभा चुकी हैं। गायकी के क्षेत्र में सदैव साथ देने वाले पति के एम एल श्रीवास्तव का 10 सितंबर 2021 में निधन हो गया।

पदमश्री सम्मान के लिए चयनित किए जाने पर कजली गायिका ने प्रसन्नता जताया। कहा कि यह कजली प्रेमियों और जिले का सम्मान हैं। इस खुशी को बयां करने के लिए शब्द नहीं है। उर्मिला श्रीवास्तव को विंध्य महोत्सव 1999 में मुख्यमंत्री कल्याण सिंह सम्मानित कर चुके हैं। कजरी साम्राज्ञी से सम्मानित उर्मिला श्रीवास्तव ने कजरी गायन को एक नई ऊंचाई प्रदान की है। इन्हें मीरजापुरी कजरी, देवी गीत, दादरा, कहरवां, पूर्वी, चैती, होली, कजरी, झूमर, खेमटा, बन्नी, सोहर, लचारी, विदेसिया विधा में महारथ हासिल है। महेंद्र मिसिर पुरवइया रत्न सम्मान मारीशस के उच्चाचुक्त मुकेश्वर चुन्नी द्वारा 27 मार्च 2009, भिखारी ठाकुर सम्मान 2006 विश्व भोजपुरी सम्मेलन कोंडदेव स्टेडियम ठाणे मुंबई से मिला है। इसके अलावा अखिल भारतीय भोजपुरी सम्मेलन दिल्ली 1993, कर्मयोगी पुरस्कार विश्व भोजपुरी सम्मेलन मारीशस 2009 में कजरी साम्राज्ञी सम्मान से नवाजा गया। कजरी दंगल में सांस्कृतिक निदेशालय ने प्रथम पुरस्कार से राज्यपाल सूरजभान ने दिल्ली हाट में सम्मानित कर चुके है। संस्कार भारती काशी प्रांत के अध्यक्ष डा. गणेश प्रसाद अवस्थी, जिलाध्यक्ष कृष्ण मोहन गोस्वामी ने प्रसन्नता जताते हुए बधाई दी है।

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