रामलला की बारात में, बाराती बनेंगे मोदी-योगी

बारात 21 नवंबर को धूमधाम से निकाली जाएगी। यह बारात विभिन्न पड़ावों से गुजरते हुए 28 नवंबर को जनकपुर पहुंचेगी। 29 नवंबर को दशरथ मंदिर के प्रांगण में तिलकोत्सव, 30 नवम्बर को कन्या पूजन के अलावा मटकोर का आयोजन किया जाएगा।

Update: 2019-11-18 16:49 GMT

लखनऊ: रामजन्मभूमि विवाद का फैसला आने के बाद यह पहला अवसर होगा जब रामबारात इतने धूमधाम से अयोध्या में निकलेगी। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी आमंत्रित किया गया है। इस रामबरात में देशभर के साधुसंत आएगें। बारात अयोध्या से नेपाल जाएगी।

108 कन्याओं का भी विवाह कराया जाएगा

पूरा समारोह लगभग दस दिन चलेगा। इस समारोह में 108 कन्याओं का भी विवाह कराया जाएगा। इस बार बारात में हरिद्वार, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के संत शामिल होंगे। इसके अलावा नेपाल के राज परिवार के शामिल होने की संभावना है।

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बारात 21 नवंबर को धूमधाम से निकाली जाएगी। यह बारात विभिन्न पड़ावों से गुजरते हुए 28 नवंबर को जनकपुर पहुंचेगी। 29 नवंबर को दशरथ मंदिर के प्रांगण में तिलकोत्सव, 30 नवम्बर को कन्या पूजन के अलावा मटकोर का आयोजन किया जाएगा।

यह बारात, हर पांचवें वर्ष निकाली जाती है। पहले इसे साधु-संत अपने स्तर से आयोजन करते थें लेकिन 2004 में जब केन्द्र में अटल विहारी वाजपेयी की सरकार थी तो इसकी जिम्मेदारी विहिप को मिल गयी थी। इसके बाद 2009 और 2014 में निकाली गई। अब 2019 में निकाली जानी है। बारात के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी आमंत्रित किया गया है।

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पहले यह बारात अयोध्या में ही निकाली जाती थी। लेकिन इसके बाद विहिप ने इसका बेड़ा उठाया है। पहली बार में नृत्यगोपाल दास, अशोक सिंहल, नेपाल नरेश राजा ज्ञानेन्द्र भी शामिल हुए थे। इस बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शामिल होने की संभावना है।

अयोध्या से जनकपुर (नेपाल) तक निकाली जाएगी राम बारात

विश्व हिन्दू परिषद के तत्वावधान में अयोध्या से जनकपुर (नेपाल) तक निकाली जाने वाली राम बारात इस वर्ष और ज्यादा धूमधाम से निकाली जाएगी। इसमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और नेपाल के राजपरिवार के शामिल होने की संभावना है।

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जानकारी के अनुसार विवाहोत्सव से पहले रामलीला में धनुष यज्ञ का भी आयोजन होगा। फिर रात में विधिपूर्वक विवाह संपन्न होगा। दो दिसंबर को कलेवा का आयोजना होगा। इस दौरान निर्धन बालिकाओं का सामूहिक विवाह भी अयोजित किया जाएगा। फिर तीन दिसम्बर को जनकपुर से बारात वापस आ जाएगी।”

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