Moradabad News: इंजीनियरिंग की छात्राओं ने देखी 'दि केरल स्टोरी' ,कहा- फिल्म ने आंखे खोल दीं

Moradabad News: ‘दि केरला स्टोरी’ को भले ही पश्चिमी बंगाल और केरल सहित कई प्रदेशों में बैन क्यों न कर दिया गया हो, लेकिन इसके बावजूद उत्तर प्रदेश ने इस फ़िल्म का क्रेज कॉलेजों में पढ़ने वाली छात्राओं में तेजी के साथ बढ़ा है। जिसकी बानगी आज मुरादाबाद के सिनेमाहॉल में देखने को मिली है।

Update:2023-05-17 04:24 IST

Moradabad News: ‘दि केरला स्टोरी’ को भले ही पश्चिमी बंगाल और केरल सहित कई प्रदेशों में बैन क्यों न कर दिया गया हो, लेकिन इसके बावजूद उत्तर प्रदेश ने इस फ़िल्म का क्रेज कॉलेजों में पढ़ने वाली छात्राओं में तेजी के साथ बढ़ा है। जिसकी बानगी आज मुरादाबाद के सिनेमाहॉल में देखने को मिली है। जहां पर बड़ी संख्या में मुरादाबाद के कॉलेजों में पढ़ने वाली सैकड़ो छात्राएं पहुंची हुई थीं, केरल स्टोरी फ़िल्म को देखने के बाद इन छात्राओं ने थियेटर के अंदर ही ‘भारत माता की जय’ के नारे भी लगाए। फ़िल्म में दिए गए मैसेज का भी भरपूर समर्थन किया। इन छात्राओं का कहना है कि इस फ़िल्म ने उनकी आंखें खोल दी हैं।

छात्राओं ने थियेटर में देखी दि केरला स्टोरी

इस फ़िल्म को सामूहिक रुप से हिंदू लड़कियों को दिखाने के लिए अंतरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद और राष्ट्रीय बजरंग दल ने भी अपनी भूमिका निभाई। संगठन से जुड़े पदाधिकरियों ने इन छात्राओं के साथ बैठकर फ़िल्म देखी और अंत में इस फ़िल्म पर अपने विचार भी रखे। छात्राओं ने कहा कि फिल्म में सच्चाई को उजागर किया गया है। फिल्म को देखकर सच और झूठ से पर्दा मानो हट ही गया हो। हमें इस बात का खयाल रखना है कि किससे दोस्ती करें, कौन हमारी दोस्ती के काबिल है और कौन नहीं।

आंखे बंद करके विश्वास करना इस दौर में बेवकूफी

छात्राओं ने कहा कि इन सारी बातों का खयाल रखना इस फिल्म ने हमको सिखाया है। आंखे बंद करके विश्वास करना इस दौर में बेवकूफी है। पहले के लोग दोस्ती को भगवान का रूप देते थे वो लोग नेक दिल और नेक होते थे। दोस्ती की खातिर जान तक को परवाह नहीं करते थे। अब वो जमाना नहीं रहा, अब दोस्ती में भी लव-जेहाद जैसी साजिश को अंजाम दिया जा रहा है। छात्राओं ने कहा कि यह फिल्म हम सब लड़कियों को देखनी चाहिए। सभी नवयुवकों को भी यह फिल्म देखनी चाहिए।

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