Lucknow में सबसे बड़ी मल्टीलेवल पार्किंग, एक बार देखने के लिए आएंगे जरूर
अधिकारियों के अनुसार मल्टी लेविल पार्किंग होने के बावजूद लोग सड़क पर सिर्फ इसलिए वाहन को खड़ा कर देते हैं ताकि पार्किंग शुल्क ना देना पड़े।
लखनऊ: राजधानी को स्मार्ट सिटी बनाने की तैयारी जोर-शोर से चल रही है।तहत शहर की यातायात-व्यवस्था को बेहतर बनाने और जाम से निजात एक अहम चुनौती है। इसी कवायद में जिला प्रशासन, पुलिस, नगर निगम और एलडीए अधिकारियों की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। इसमें शहर की मल्टी लेवल पार्किंग को आधा घंटे के लिए नि:शुल्क करने का प्रस्ताव बना।
कानपुर रोड पर ट्रांसपोर्टनगर है। यहीं पर कारों और ट्रकों के लिए बनने जा रही है। यह उत्तर भारत की सबसे बड़ी कवर्ड पार्किंग होगी। एलडीए ने इसके निर्माण का डीपीआर सरकार को भेज दिया है। यूपी की राजधानी लखनऊ में उत्तर भारत की सबसे बड़ी मल्टीलेवल पार्किंग बनने जा रही है।
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मल्टीलेवल पार्किंग
कानपुर रोड के ट्रांसपोर्टनगर में कारों और ट्रकों के लिए यह मल्टीलेवल पार्किंग बनेगी। कहा जा रहा है कि यह उत्तर भारत की सबसे बड़ी कवर्ड पार्किंग होगी। लखनऊ विकास प्राधिकरण की तरफ से इस निर्माण के लिए डीपीआर सरकार को भेज दिया है। पार्किंग के निर्माण पर करीब 125 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। नये साल की शुरूआत में निर्माण शुरू कराने की योजना है।
बताया जा रहा है कि पार्किंग भूतल सहित पांच मंजिला होगी। बताया जा रहा है कि यहां एक साथ 100 से ज्यादा ट्रकें खड़ी हो जायेंगी। पार्किंग में इतनी जगह होगी कि ट्रकें खड़ी होने के साथ आसानी से घूमकर बाहर भी निकल सकें। बाकी चार मंजिला पार्किंग कारों व दोपहिया वाहनों के लिए होगी।कारों को पांचवी मंजिल तक ले जाने के लिए रैम्प व लिफ्ट दोनों होंगे।
ट्रांसपोर्टनगर मेट्रो स्टेशन
इस मल्टीलेवल पार्किंग को लखनऊ मेट्रो के ट्रांसपोर्टनगर मेट्रो स्टेशन से भी जोड़ा जाएगा। इसके लिए मल्टीलेवल पार्किंग से मेट्रो स्टेशन तक फुट ओवर ब्रिज की तर्ज पर स्काई वॉक बनाया जाएगा। पार्किंग में कारें खड़ी करके लोग स्काई वॉक से सीधे मेट्रो स्टेशन पहुंच सकेंगे।
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स्काई वॉक
स्काई वॉक करीब 750 मीटर लम्बा होगा।एलडीए के मुख्य अभियंता इन्दू शेखर ने बताया कि डीपीआर शासन को भेज दिया गया है। इतनी बड़ी कवर्ड पार्किंग उत्तर भारत में कहीं नहीं है ।बस इसके लिए शासन से कुछ स्वीकृति मिलना बाकी है। जल्दी ही इसका निर्माण शुरू होगा।
पार्किंग शुल्क ना देना
शहर की सड़कों को नो-पार्किंग वाली जगह पर गाड़ियां खड़ी हो रही हैं। अधिकारियों के अनुसार मल्टी लेविल पार्किंग होने के बावजूद लोग सड़क पर सिर्फ इसलिए वाहन को खड़ा कर देते हैं ताकि पार्किंग शुल्क ना देना पड़े। मंडलायुक्त के साथ हुई बैठक में पुलिस अधिकारियों ने शहर के प्रमुख चौराहों पर नगर निगम और एलडीए की मल्टी लेवल पार्किंग शुरू के आधे घंटे के लिए फ्री होने का प्रस्ताव रखा गया है। एलडीए और नगर निगम के अधिकारियों को इस मुद्दे पर फैसला लेने को कहा गया है।
शिफ्ट करना बेहद जरूरी
सरोजनीनगर में बना ट्रांसपोर्टनगर भी जल्द ही शहर के बाहर शिफ्ट किया जाना चाहिए। एडीसीपी ट्रैफिक ने बताया कि टीपीनगर आबादी के बीच आ चुका है। वाहनों की बढ़ती संख्या के कारण भी दिक्कत हो रही है। ऐसे में टीपीनगर को शिफ्ट करना बेहद जरूरी हो गया है। एडीसीपी ने बताया कि मंडलायुक्त की बैठक में इस पर नहीं हुई। इस पर शासन स्तर से पहले ही काम चल रहा है।