बजरंगी मर्डर केस में नया ट्विस्ट, मुक़दमा लिखाने वाले पूर्व BSP MLA को पार्टी से निकाला
लखनऊ: बागपत जेल में प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ़ मुन्ना बजरंगी हत्याकाण्ड में नया ट्विस्ट आ गया है। मुन्ना बजरंगी के खिलाफ बड़ौत बागपत में रंगदारी मांगने का आरोप लगाते हुए मुक़दमा दर्ज कराने वाले पूर्व बसपा विधायक लोकेश दीक्षित को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है।
यह भी पढ़ें: केजरीवाल ने योगेंद्र के परिजनों के अस्पताल पर छापे को लेकर मोदी पर निशाना साधा
लोकेश दीक्षित पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का इल्ज़ाम है। सहारनपुर मेरठ मण्डल के इन्चार्ज संतपाल पेपला ने दीक्षित को पार्टी से निकाले जाने का एलान किया है। लोकेश के निष्कासन के बाद मुन्ना बजरंगी मर्डर केस पर सियासी रंग चढ़ने लगा है।
बागपत जिला जेल में माफिया मुन्ना बजरंगी हत्याकाण्ड में सियासी तूफ़ान आना तय माना जा रहा है। जिस मामले में पेशी के लिए मुन्ना बजरंगी को झांसी जेल से बागपत जेल लाया गया था। उस मामले में मुक़दमा लिखाने वाले पूर्व बसपा विधायक लोकेश दीक्षित को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है।
यह भी पढ़ें: 45 मिनट तक नाश्ते पर चली नीतीश-शाह की बैठक, अब डिनर पर करेंगे फाइनल बात!
सहारनपुर मेरठ मण्डल के इन्चार्ज संतपाल पेपला ने चिठ्ठी जारी कर लोकेश दीक्षित पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाते हुए पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। लोकेश दीक्षित ने सितम्बर 2017 में रंगदारी मांगने का आरोप लगाते हुए बड़ौत कोतवाली में मुक़दमा दर्ज कराया था। बागपत पुलिस ने सर्विलांस की मदद से लखनऊ से सुल्तान नाम के अपराधी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
एफआईआर में न तो सीधे मुन्ना बजरंगी नामज़द था, और न ही जांच में मुन्ना बजरंगी का रोल पाया गया था लेकिन सुनवाई के दौरान अदालत में लोकेश दीक्षित ने मुन्ना बजरंगी को अदालत में पेश किये जाने की मांग की थी। जिसपर कोर्ट ने मुन्ना बजरंगी को अदालत में पेश करने का आदेश जारी किया था। जिस के बाद 8 जुलाई को उसे झांसी जेल से बागपत जेल शिफ्ट किया गया था। जहां 9 जुलाई की सुबह उस की गोली मार कर ह्त्या कर दी गई।
यह भी पढ़ें: 500 में से एक भी फाइट नहीं हारा था ये पहलवान, कहलाता था रुस्तम-ए-हिंद
मुन्ना बजरंगी की ह्त्या के पीछे उस की राजनितिक महत्वाकांक्षा भी हो सकती है। दरअसल मुन्ना बजरंगी जौनपुर लोकसभा सीट से 2019 के आम चुनावों में अपनी क़िस्मत आज़माना चाहता था। बजरंगी की ह्त्या के बाद उस की पत्नी सीमा सिंह ने पूर्व बसपा साँसद धनन्जय सिंह, केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा पर ह्त्या की साज़िश में शामिल होने का आरोप लगाते हुए इस बात की तस्दीक़ कर दी है कि ह्त्या के पीछे राजनितिक महत्वाकांक्षा भी हो सकती है।