बागपत: तलाक..तलाक..तलाक ये वो शब्द हैं, जो मुस्लिम महिलाओं की किस्मत का न केवल काला हिस्सा है बल्कि उनके भविष्य पर ग्रहण की तरह रहती है। केंद्र सरकार की ओर से जब से ये मुद्दा उठाया गया है मुस्लिम महिलाओं ने दबे रूप से ही सही इसे समर्थन दे रही हैं। ताजा मामला बागपत जिले का है जो काफी चौंकाने वाला है।
तीन तलाक से डरकर लड़की ने अपना धर्म बदल लिया और गांव के ही एक हिंदू युवक से मंदिर में शादी कर ली। गुरुवार (07 अप्रैल) को नवविवाहित जोड़े पर लड़की पक्ष के लोगों ने उनपर जानलेवा हमला बोल दिया। फिलहाल बागपत कोर्ट के आदेश पर जोड़े को सुरक्षा मुहैया करा दी गई है।
क्या है मामला?
दोघट थाना क्षेत्र के फौलादनगर की रहने वाली खेरून का गांव के ही रहने वाले दूसरे संप्रदाय के युवक दीपक के साथ लम्बे समय से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। तीन तलाक के प्रकरण के डर से खेरून ने अपने प्रेमी के साथ शादी का मन बना लिया। दोनों 17 मार्च को घर से फरार हो गए। 24 मार्च को खेरून ने धर्म परिवर्तन कर अपना नाम 'खुशबू' कर लिया। इसके बाद दोनों ने कोर्ट मैरिज कर ली। नवविवाहित जोड़े ने कोर्ट से अरेस्टिंग स्टे लिया था। दोनों को बागपत कोर्ट में सीजेएम के यहां पेश होना था, जिसके लिए दोनों जैसे ही बागपत कोर्ट पहुंचे, वहां मौजूद लड़की के परिजनों ने उसके ऊपर जानलेवा हमला कर दिया।
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तीन तलाक से लगता था डर इसलिए..
कचहरी परिसर में खुशबू बनी खैरून ने पुलिस और मीडिया को बताया, कि 'मैं तीन तलाक को लेकर हमेशा डरी रहती थी। इसलिए हिंदू धर्म अपना लिया क्योंकि यहां गृहस्थी सुरक्षित है। मैं पति दीपक का सात जन्मों तक साथ दूंगी।'
तलाक के नाम पर होता है उत्पीड़न
फिलहाल सीजेएम के आदेश पर दोनों का मेडिकल करा सुरक्षा मुहैया कराई गई है। वहीं, खेरून ने अपने वकील विनय कुमार को बताया कि 'मुस्लिम धर्म में तीन तलाक के नाम पर लड़कियों का उत्पीड़न होता है। तलाक के डर से उनकी हर दिन की जिंदगी जद्दोजहद में बीतती है। इसलिए उसने धर्म परिवर्तन कर खेरून से खुशबू बन गई।'