भाकियू ने निकाला ट्रैक्टर मार्च, गन्ना मूल्य वृद्धि, आवारा पशुओं से छुटकारा और फसलों के वाजिब दाम घोषित करने की मांग
Tractor March In Muzaffarnagar: देश आज 75 वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के आह्वान पर उत्तर प्रदेश में यूनियन के कार्यकर्ताओं और किसानों ने मिलकर ब्लॉक स्तर पर ट्रैक्टर मार्च निकाला है।
Tractor March In Muzaffarnagar: गणतंत्र दिवस के दिन एक तरफ जहां देश के कोने-कोने में ध्वजारोहण हुए, बच्चों ने प्रभात फेरी निकाली वहीं मुजफ्फरनगर में भारतीय किसान यूनियन (BKU) ने ट्रैक्टर मार्च निकाला। BKU की ओर से 26 जनवरी के दिन गन्ना मूल्य में बढ़ोतरी, आवारा पशुओं से छुटकारा सहित अन्य फसलों के वाजिब मूल्य घोषित किए जाने की मांग को लेकर जिला मुख्यालय समेत सभी कस्बों में ट्रैक्टर तिरंगा यात्रा निकाली गई।
देश आज 75 वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के आह्वान पर उत्तर प्रदेश में यूनियन के कार्यकर्ताओं और किसानों ने मिलकर ब्लॉक स्तर पर ट्रैक्टर मार्च निकाला है।
सड़क पर उतरे हजारों किसान ट्रैक्टर
पश्चिमी यूपी के मुजफ्फरनगर जिले में आज हजारों किसानों ने सड़क पर उतरे। किसानों ने सैकड़ों ट्रैक्टरों के साथ मार्च निकाला। जानकारी के मुताबिक, 15 अगस्त और 26 जनवरी को भारतीय किसान यूनियन के नेतृत्व में किसान सड़क पर उतरकर सरकार के विरुद्ध अपनी मांगों को लेकर ट्रैक्टर किसान यात्रा निकालते हैं।
ट्रैक्टर मार्च सभी 9 ब्लॉक में निकाला गया
आपको बता दें कि, जिले में किसानों का ट्रैक्टर मार्च सभी 9 ब्लॉक में निकाला गया। बात नगर की करें तो विश्वकर्मा चौक से किसानों का यह ट्रैक्टर मार्च शुरू होकर नगर के विभिन्न मार्गो से होता हुआ कुकड़ा ब्लॉक पर जाकर समाप्त हुआ। ट्रैक्टर मार्च में हजारों किसानों ने हिस्सा लिया।
10 साल पुरानी डीजल वाहन बंद करने का विरोध
मीडिया को जानकारी देते हुए भारतीय किसान यूनियन (BKU) के जिला अध्यक्ष योगेश शर्मा ने बताया कि, '75वें गणतंत्र दिवस पर संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर हर जिले के ब्लॉक स्तर और तहसील स्तर पर यह तिरंगा यात्रा किसानों ने आज निकाली है। उन्होंने बताया, ये साल में दो बार 15 अगस्त और 26 जनवरी को निकाला जाता है। इसका मकसद सरकार द्वारा किसानों के लिए बनाए गलत कानून के विरोध में है।एनजीटी के माध्यम से भारत सरकार ने 10 साल पुरानी डीजल वाहन बंद करने का फरमान सुनाया है। हम भारत सरकार और यूपी सरकार को ये बताना चाहते हैं कि हमारे जो ट्रैक्टर हैं वही हमारी रीढ़ हैं। ये किसानों के जहाज हैं। यह इतने अच्छे हैं कि 50-50 साल तक साथ निभाते हैं। इसे हम ऐसे कैसे हटा दें?'
सरकार वादे भूली, हम याद दिलाने उतरे हैं
उन्होंने कहा, सरकार को हम ये दिखाना चाहते हैं कि हमारे ट्रैक्टर बिल्कुल सही हैं। ये पॉल्यूशन नहीं फैलाते। इनकी कंडीशन बिल्कुल ठीक है। इन ट्रैक्टरों को एनजीटी ने बाहर करने का फरमान सुनाया है। सरकार ने हमसे वादा किया था कि एमएसपी गारंटी कानून बनाने के लिये, पराली जलाने पर मुकदमा दर्ज न करने का, अब वो सब वादे सरकार भूल चुकी है। इसीलिए हम स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर परेड के माध्यम से सरकार को चेताना चाहते हैं।