Muzaffarnagar: 1999 में भारत पाक मैच से पहले खोद डाली थी क्रिकेट पिच, 24 साल पुराने मामले में जेल भेजे गए शिवसेना नेता
Muzaffarnagar News: 1999 में मुजफ्फरनगर जनपद के स्टेडियम में भारत, पाकिस्तान और श्रीलंका का क्रिकेट मैच होना था लेकिन बाला साहब ठाकरे के निर्देशन पर ललित मोहन शर्मा ने शिवसेना कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर क्रिकेट पिच को खोद दिया था।
Muzaffarnagar News: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद में मंगलवार को न्यायालय ने क्रिकेट पिच खोदने के 24 साल पुराने एक मामले में शिवसेना के पश्चिमी उत्तर प्रदेश प्रमुख ललित मोहन शर्मा सहित एक अन्य शिवसेना कार्यकर्ता को जेल भेज दिया। इन दोनों को लगातार कोर्ट में पेश नहीं होने की वजह से अदालत ने सख्त रूख अपनाते हुए जेल भेजा है।
ये था उस दौर का पूरा मामला
दरअसल, सन 1999 में मुजफ्फरनगर जनपद के स्टेडियम में भारत, पाकिस्तान और श्रीलंका का क्रिकेट मैच होना था लेकिन बाला साहब ठाकरे के निर्देशन पर ललित मोहन शर्मा ने शिवसेना कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर क्रिकेट पिच को खोद दिया था। जिसके चलते यह मैच रद्द करने पड़े थे। उस समय इस मामले में सिविल लाइन थाने में मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने ललित मोहन शर्मा सहित 20-22 शिवसेना कार्यकर्ताओं को जेल भेज दिया था। बताया जा रहा है कि इस मुकदमे में शामिल कुछ लोगों ने जुर्माना देकर अपने मुकदमे समाप्त करा लिए थे तो वहीं कुछ लोगों की इसमें मृत्यु हो चुकी है। इस मामले को लेकर कोर्ट में पेश ना होने के चलते शिवसेना के पश्चिम उत्तर प्रदेश प्रमुख ललित मोहन शर्मा और कार्यकर्ता प्रमोद भारती के न्यायालय ने गैर जमानती वारंट जारी किये हुए थे। जिसको लेकर आज ललित मोहन शर्मा और प्रमोद भारती एसीजेएम कोर्ट संख्या दो में पेश हुए थे। जहां से न्यायालय द्वारा दोनों को पुलिस अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है।
शिवसेना कार्यकर्ताओं की सरकार से मुकदमा वापस लेने की मांग
यहां शिवसेना कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाज़ी करते हुए अपनी भड़ास निकली। शिवसेना के पश्चिम उत्तर प्रदेश महासचिव मनोज सैनी ने तो मुजफ्फरनगर जनपद में कल बाजार बंद कराकर विशाल प्रदर्शन किए जाने की घोषणा तक कर दी है। मनोज सैनी की माने तो ललित मोहन शर्मा जी को आज लगभग 24 साल पुराने मामले में जेल भेजा गया है, जिस वक्त यहां पाकिस्तानी टीम को आना था तो पाकिस्तान की टीम का विरोध करते हुए यहां पर पिच खोद दी गई थी। आज उसी मामले में इनको जेल भेजा गया है, जबकि सरकार से बार-बार पुराने मामले वापस लेने की हमने मांग की थी। परंतु भारतीय जनता पार्टी की सरकार होने के बावजूद इन्होंने कोई मुकदमा वापस नहीं लिया। इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए क्रांति सेना महानगर अध्यक्ष शरद कपूर ने बताया कि माननीय ललित मोहन शर्मा जो क्रांति सेना के भी राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं एवं शिवसेना के पश्चिम उत्तर प्रदेश प्रमुख हैं।
उन्होंने 1999 में जिस दौर में भारत के अंदर आतंकवादी घटनाएं तेजी के साथ बढ़ रही थी, यहां पाकिस्तान क़ी क्रिकेट टीम का विरोध करने का निर्णय लिया था। स्टेडियम में रात्रि में घुसकर पिच को खोदकर बिल्कुल तहस-नहस कर दिया गया था। आज उसी मुकदमे में ललित मोहन शर्मा वारंट होने के चलते सरेंडर हुए थे लेकिन अदालत ने उनकी जमानत अर्जी खारिज करते हुए 24 साल बाद जेल भेज दिया गया है। ललित मोहन शर्मा एवं पूर्व सभासद प्रमोद भारती के पक्ष द्वारा कल इस मामले में बेल एप्लीकेशन दाखिल की जाएगी।