Muzaffarnagar News: डेंगू की मार एक बेड पर दो बीमार, अस्पतालों में बहुत बुरा हाल

Muzaffarnagar News: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद में इस समय डेंगू ने अपने पैर पसार रखे हैं। जिसके चलते जनपद का स्वास्थ्य विभाग जहां हर संभव कोशिश कर डेंगू से बचाव का प्रचार-प्रसार कर स्वास्थ्य सेवाएं पीड़ित मरीजो को उपलब्ध करा रहा है।

Report :  Amit Kaliyan
Update: 2023-10-17 18:02 GMT

डेंगू की मार एक बेड पर दो बीमार, अस्पतालों में बहुत बुरा हाल: Video- Newstrack

Muzaffarnagar News: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद में इस समय डेंगू ने अपने पैर पसार रखे हैं। जिसके चलते जनपद का स्वास्थ्य विभाग जहां हर संभव कोशिश कर डेंगू से बचाव का प्रचार-प्रसार कर स्वास्थ्य सेवाएं पीड़ित मरीजो को उपलब्ध करा रहा है तो वहीं जिला चिकित्सालय के हालात यह हैं कि डेंगू की इस मार से एक बेड पर दो मरीजों का इलाज होते देखने को मिल रहा है।

दरअसल, मुजफ्फरनगर जनपद स्थित जिला चिकित्सालय में जुलाई माह से अब तक तकरीबन 272 डेंगू के केस आ चुके हैं। इसके अलावा भी अन्य बुखार से पीड़ितों की तादाद लगातार जिला चिकित्सालय में बढ़ती नजर आ रही है। जिससे हालात यह है कि जिला चिकित्सालय में बनाए गए डेंगू वार्ड में इस समय एक बेड पर दो बुखार से पीड़ित मरीजों का इलाज किया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक़ प्रतिदिन फीवर से पीड़ित सैकड़ो मरीज जिला चिकित्सालय में उपचार के लिए पहुँच रहे है। अगर बात जनपद के स्वास्थ्य विभाग की करें तो यहां का स्वास्थ्य विभाग लगातार डेंगू या अन्य फीवर से बचने के लिए जनपद में प्रचार प्रसार करा रहा है साथ ही जिला चिकित्सालय में जहां बीमार और तीमारदार स्वास्थ्य सुविधाओं को उचित बता रहे हैं तो वहीं एक बेड पर दो मरीजों के उपचार की समस्या भी यहां लगातार देखने को मिल रही है।

डेंगू फैलने का कारण

इसके बारे में अधिक जानकारी देते हुए जहां जिला मलेरिया अधिकारी अलका सिंह ने बताया कि बरसात के मौसम के बाद में डेंगू बुखार के मरीज आए हुए हैं एवं जुलाई से लेकर अभी तक कन्फर्म लगभग 272 केस पास आ चुके हैं। इसके साथ हम गतिविधियां कराते हैं एवं जिस एरिया का केस होता है, उसमें हम सर्वे करते हैं। डेंगू फैलने का कारण है कि घरों के अंदर कूलर, फ्रिज की ट्रे में, बेकार पड़े बर्तनों में एवं टायर इत्यादि में पानी भरा है। पानी में मच्छर पनपता है और इसका जो लार्वा है वह सूखे में डालकर खत्म किया जाना चाहिए। कोई कीटनाशक डाला जाए तो लाभदायक होगा।


अभी तक जनपद में डेंगू से कोई मौत की कन्फर्म सूचना नहीं है। जिला चिकित्सालय द्वारा दी गई सूचना के हिसाब से 100 से 125 के करीब ओपीडी फीवर केसेस की हो रही है, जिसमें वायरल एवं टाइफाइड सभी तरह के बुखार देखते हैं। जिला चिकित्सालय में डेंगू वार्ड बनाया गया है जहां पर डेंगू के पेशेंट भर्ती किए जाते हैं। उन पर मच्छरदानी लगाई गई है एवं डेंगू जांच की सुविधा निशुल्क उपलब्ध है और जो ब्लड के कंपोनेंट है तो ब्लड इत्यादि की भी समुचित व्यवस्था है। बचाव के उपाय में सबसे पहले तो जागरूकता पहले ही जाए क्योंकि यह मच्छर घर के अंदर साफ पानी में पनपता है। यदि आपने कुछ भी टूटा कप, गमले, टूटे बर्तन, खुला छोड़ रखे हैं और उनमें बरसात का यह अन्य पानी इकट्ठा होगा तो उनमें लार्वा पनप जाएगा एवं फिर वो व्यस्क मच्छर होकर यदि इनफेक्टेड होगा तो डेंगू हो जाएगा।

एक-एक चारपाई पर दो-दो मरीज

तो वही तीमारदार तनवीर की माने तो बताया यहां मेरा बच्चा भर्ती है और जब हमने यहां भर्ती किया तो डॉक्टर साहब ने बताया कि इसे डेंगू है, आज इसको भर्ती किए तकरीबन सात दिन हो गए हैं। ट्रीटमेंट तो ठीक कर रहे हैं एवं डॉ मैडम दोनों टाइम आ रही है। अब बच्चे की स्थिति सही बता रहे हैं। जांच रोजाना हो रही है। डॉक्टर साहब दो-दो बार देखने आ रहे हैं। एक-एक चारपाई पर दो-दो आदमी पड़े हैं और 4-5 दिन से यहां ऐसा ही नजारा है।

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