Muzaffarnagar News : अब अपराधियों की खैर नहीं, पुलिस ने लॉन्च किया 'ऑपरेशन पहचान' ऐप
Muzaffarnagar News : उत्तर प्रदेश की मुजफ्फरनगर पुलिस ने अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए 'ऑपरेशन पहचान' ऐप को लॉन्च किया है।
Muzaffarnagar News : उत्तर प्रदेश की मुजफ्फरनगर पुलिस ने अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए 'ऑपरेशन पहचान' ऐप को लॉन्च किया है। इस ऐप की खास बात यह है कि ये मुजफ्फरनगर पुलिस के द्वारा इन हाउस ही बनाया गया है। जिसमें हिस्ट्रीशीटर, गैंगस्टर, गौकश अपराधी, एनडीपीएस, प्रॉपर्टी ऑफेंस और टॉप 10 अपराधियों का डाटा दर्ज किया गया। इस ऐप के माध्यम से पुलिस अधिकारियों से लेकर कांस्टेबल तक, कोई भी किसी भी अपराधी के बारे में जानकारी जुटा सकता है।
एसएसपी अभिषेक सिंह ने बताया कि मुजफ्फरनगर में 'ऑपरेशन पहचान' ऐप लॉन्च किया गया है। यह पूरा ऐप एसपी सिटी के नेतृत्व में हमारे खुद के कंप्यूटर ऑपरेटर ने इन हाउस बनाया है और इसकी खास बात यह है कि इसमें तीन स्टेप्स हैं। पहले हैं आईडेंटिफिकेशन ऑफ हैबयूचल ऑफ एंडर्स, उसके बाद उनका डोजियर फाइलिंग और सबसे मुख्य भाग है फिजिकल वेरीफिकेशन। उन्होंने कहा कि इस ऐप में, जितने भी हिस्ट्रीशीटर (एचएस), गैंगस्टर, गैंग मेंबर्स, गोकश अपराधी, एनडीपीएस, प्रॉपर्टी से जुड़े या टॉप टेन अपराधी हैं, उन सभी की पहचान करते हुए उनका वृहद डेटा फीड किया गया है।
उन्होंने कहा कि इस बीट लेवल कांस्टेबल, सब इंस्पेक्टर्स मौके पर जाकर अपराधियों का सत्यापन करते हैं, यह वेरिफिकेशन हंड्रेड परसेंट सत्य होता है और इसमें अभी तक हमने कुल 5000 अपराधियों का डेटा भरा, जिसमें 70% अपराधी हम अभी तक वेरीफाई कर चुके हैं। इस ऐप से एक फायदा यह हुआ है कि पिछले दिनों कुछ घटनाएं ऐसी हुई थी, जिसमें हमने वेरिफिकेशन किया तो पाया कि कुछ अपराधी भागे हुए थे और कुछ के खिलाफ जांच चल रही है। उन्होंने कहा कि कंप्यूटर ऑपरेटर को डाटा एंट्री करने के लिए 5000 रुपए पुरस्कार भी देने की घोषणा की है। उन्होंने बताया कि एप के यूजर्स पुलिस ऑफीसर्स ही हो सकते हैं। इसमें सभी के अलग-अलग दायित्व हैं। हम उसकी मॉनिटरिंग भी कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि सीसीटीवी के लिए डीजीपी मुख्यालय से भी समय-समय पर निर्देश दिए गए हैं, जिसका पालन करते हुए पूरे मुजफ्फरनगर को तकरीबन ढाई हजार कैमरों से आच्छादित कर रखा है। सीसीटीवी से घटनाओं का खुलासा करने में अहम ही नहीं साबित हो रहे हैं, बल्कि साक्ष्य भी है।