Muzaffarnagar News: कौम को बदनाम ना करें, ये कौन सा काम करने को कह गए इमरान मसूद
Muzaffarnagar News: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद की मीरापुर विधानसभा सीट पर सोमवार को कांग्रेस पार्टी के द्वारा संविधान बचाओ संकल्प सम्मेलन का आयोजन किया गया था। जिसमें सहारनपुर सांसद इमरान मसूद और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे थे।
Muzaffarnagar News: सोमवार को कांग्रेस पार्टी ने उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले की मीरापुर विधानसभा सीट पर संविधान बचाओ संकल्प सम्मेलन का आयोजन किया। सम्मेलन में मुख्य अतिथि के तौर पर सहारनपुर के सांसद इमरान मसूद और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय पहुंचे।
इस दौरान सांसद इमरान मसूद ने सहारनपुर में पुलिस पर हुए पथराव को लेकर मंच से बोलते हुए कहा कि मैं आप लोगों से खास तौर पर मुसलमानों से एक बात कहना चाहता हूं, ये नफरत फैलाने की साजिश है, अगर कोई सल्लल्लाहु वसल्लम की शान में गुस्ताखी करता है तो उसे माफ करने की जरूरत नहीं है, लेकिन मैं साफ तौर पर कहना चाहता हूं, जिस पर सभी को ध्यान देना चाहिए, संविधान में हमें अधिकार दिए गए हैं, उन अधिकारों का इस्तेमाल कर विरोध करें, सड़कों पर उतरकर पुलिस पर पथराव करके पूरी कौम को बदनाम न करें, अगर विरोध करना है तो काली पट्टी बांधकर करें।
यति नरसिंहानंद के विवादित बयान की उन्होंने निंदा की
उन्होंने कहा कि सहारनपुर में शांतिपूर्ण प्रदर्शन चल रहा था, 50 लड़कों ने जाकर पुलिस चौकी पर पथराव किया, हंगामा किया, आप वही कर रहे हैं जो वो चाहते हैं, आज लड़ाई नफरत और मोहब्बत के बीच है। कार्यक्रम के दौरान मंच से बोलते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि हर दिन किसी बाबा से कुछ कहलवाना पड़ता है, किसी धर्मगुरु पर लांछन लगाना पड़ता है, ये सब इसलिए है क्योंकि अब उन्हें देश से बाहर निकालना है, ये बात इससे साबित होती है। उन्होंने यति नरसिंहानंद के विवादित बयान पर कहा कि हम इसकी निंदा करते हैं, ऐसी बातें बोलने वाले ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया जाना चाहिए और उनके खिलाफ एनएसए के तहत कार्रवाई की जानी चाहिए।
मंच से बोलते हुए इमरान मसूद ने कहा कि आज लड़ाई नफरत और मोहब्बत के बीच है और जो नफरत के सौदागर हैं उनके मंसूबों को नाकाम करने के लिए हमें दिमाग लगाना पड़ेगा और कांग्रेस के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं है। कांग्रेस के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं है। कुछ लोग बीच में आकर खड़े हो जाएंगे और धर्म के नाम पर बात करेंगे। भाई अगर वो हिंदू के नाम पर बात करेंगे और कोई मुसलमान के नाम पर बात करेगा तो हमें खुशी होगी। ये नफरत की बातें साथ में कैसे आती हैं? चाहे इस तरफ से हो या नफरत के बाद उस तरफ से, दोनों तरफ से विरोध पर चर्चा होनी चाहिए।
उनका कहना है कि मैं अभी लंबी बात नहीं करूंगा लेकिन इतना जरूर कहूंगा कि आप उन आस्तीन के सांपों को भी पहचानिए जो हमारे साथ रहकर हमारी जड़ों को काटने का काम कर रहे हैं। हो सकता है कोई साजिद भाई, वाजिद भाई, फुरकान भाई अपना झंडा उठाकर नीचे आ जाएं। वो भाई नहीं। ये भाई खड़े हैं। तो अगर आप देश को बचाने के लिए खड़े हैं तो आप देश को बचाने के लिए खड़े हैं, यहां का झंडा चाहे शर्मा के हाथ में हो या चौधरी के, राणा के हाथ में हो या उनके हाथ में हो, या सईदुज्जमा साहब के परिवार के हाथ में हो, किसी के भी हाथ में हो, हमारे बहुत से उम्मीदवार ये फर्क नहीं करते कि कौन हिंदू है या कौन मुसलमान है, अगर आप हिंदू और मुसलमान की इस नफरत से बाहर नहीं आए तो सबसे पहले हम खत्म हो जाएंगे। ये जो वक्फ कानून हम ला रहे हैं, जिसका मेरे प्रभारी जी ने जिक्र किया, हम लगातार पूरे महीने पूरे हिंदुस्तान में पब्लिक मीटिंग और प्रेस मीटिंग कर रहे हैं। ना तुम्हारे खानसा बचेंगे, ना तुम्हारे कब्रिस्तान, ना तुम्हारी मस्जिद, ये तुम्हें मिटाने या नफरत की आंधी में झोंकने की एक लंबी साजिश है। अगर तुम नहीं समझोगे तो आने वाली नस्लें हमें माफ नहीं करेंगी। ये वक्त राहुल गांधी का हाथ मजबूती से थामने का है।
आजकल बहुत से योद्धा फेसबुक पर लंबी-लंबी कहानियां लिखते हैं कि घर में खाने को कुछ नहीं है लेकिन बेटा बैठकर हमें गाली देता है और हमने कुछ नहीं किया। हमें आंदोलन करने का अधिकार दिया गया है और अगर यह आपके दिल को छू जाए तो आप कोर्ट में जाकर केस कर दीजिए। तो वहीं मंच से बोलते हुए कांग्रेस के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि धीरे-धीरे इनका बैग पैक हो रहा है, यह कब से शुरू हुआ, आप ही बताइए इसकी शुरुआत कब से हुई, 2024 के लोकसभा चुनाव से जब मोदी पूरे देश में धूम मचा रहे थे। विश्व गुरु बन रहे थे, बनारस की धरती पर छह चक्कर तक पीछे रह गए और आप सबने उनको आशीर्वाद दिया, प्यार दिया और हमारे साथ खड़े रहे।