Muzaffarnagar News: ट्रांसफार्मर पर पानी की बारिश, तापमान कम करने की हो रही जुगत

Muzaffarnagar News: ट्रांसफार्मर के बढ़ते तापमान को कम करने के लिए पानी का प्रयोग किया जा रहा है। तापमान ज्यादा बढ़ने पर कूलर का प्रयोग किया जा सकता है।

Report :  Amit Kaliyan
Update: 2024-05-29 16:45 GMT

ट्रांसफार्मर पर डाला जाता पानी। (Pic: Social Media) 

Muzaffarnagar News: बढ़ते तापमान के चलते जहां हर कोई बेहाल है तो वहीं विद्युत ट्रांसफार्मरो में आग लगने की घटनाएं भी आम हो चली हैं। जिसके चलते मुजफ्फरनगर जनपद के विद्युत विभाग ने ट्रांसफार्मर को ठंडा करने के लिए गज़ब का तरीका इजात किया है। आपको बता दे की इस भीषण गर्मी में ओवरहीटिंग और बढ़ते लोड के चलते लगातार ट्रांसफार्मरो में आग लगने की घटनाएं हो रही है जिससे घंटों तक विद्युत सप्लाई बाधित रहती है। इसी को ध्यान में रखकर अब मुजफ्फरनगर जनपद में स्थित विद्युत विभाग के बड़े-बड़े ट्रांसफार्मरो को ठंडा करने के लिए ऊर्जा विभाग के द्वारा उन पर फव्वारों से पानी की बौछार की जा रही है जिससे कि ट्रांसफार्मरो का टेंपरेचर बढ़ाने से रोका जा सके।

बढ़ते लोड़ से बढ़ रहा तापमान

इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए नगर में स्थित गांधी कॉलोनी बिजली घर के जई जितेंद्र सिंह ने बताया कि आज-कल टेंपरेचर 48 डिग्री तक जा रहा है। ट्रांसफार्मर का टेंपरेचर बढ़ने की वजह से लोड बहुत ज्यादा चल रहा है। ट्रांसफार्मर की लोड कैपेसिटी 80 डिग्री सेल्सियस तक जनरली डिजाइन होते हैं और इससे ऊपर आयल का टेंपरेचर जाता है तो ट्रांसफार्मर टेप कर सकता है। खराब होने के चांसेस रहते हैं। टेंपरेचर 80 डिग्री तक न जाए इसलिए हम लोग उसे एक एक्सपेरिमेंट टाइप करके सॉरी के थ्रू ट्रांसफार्मर के रेडिएटर में पानी डालते हैं। जिससे उसका टेंपरेचर 80 से कम रहे और उपभोक्ताओं में विद्युत आपूर्ति की जा सके।

ज्यादा दिक्कत पर लगाया जा सकता है कूलर

उन्होंने बताया कि हम कोशिश कर रहे हैं कि ट्रांसफार्मर खराब ना हो, सप्लाई बाधित न हो क्योंकि गर्मी बहुत ज्यादा है। एसडीओ व एससी सबका सपोर्ट मिल रहा है। जैसे निर्देश मिले ऐसे ही हम काम कर रहे हैं जिससे मेंटेनेंस का काम किया जा सके। और उपभोक्ताओं को बहुत अच्छी विद्युत सप्लाई दी जा सके। टेंपरेचर 82 व 83 सेल्सियस तक चला जाता था लेकिन यह छिड़काव करने के बाद वह 76 या 78 के आस-पास है। 80 तक क्रॉस नहीं कर रहा है। इसके बाद भी टेंपरेचर ठीक नहीं होता तो हम कूलर लगाने के बारे में भी सोचेंगे।

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