Navratri 2022: नवरात्र से पहले गंगा की बदहाली, संगम तट पर दिखा गंदगी का अम्बार
Navratri 2022: माघ मेला के खत्मं होने के बाद सभी ने गंगा को बेसहारा बना दिया । आज पूरे संगम तट पर गंगा मैली पड़ी है।
Prayagraj: संगम नगरी प्रयागराज मे नवरात्रि पहले ही माँ गंगा की भयावह तस्वीर देखने को मिल रही है। देश दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक मेले माघ मेले के दौरान जिस संगम क्षेत्र की पूजा होती रही, बड़े बड़े संत महात्मा पूरे शेत्र में जप करते रहे ।जो भूमि 2 महीनो तक दुनिया में आस्था का सबसे बड़ा केंद्र बनी रही वो संगम शेत्र आज बेसहारा है।
जगह-जगह गंदगी का अंबार देखने को मिल रहा है। देश के कोने-कोने से आए श्रद्धालु संगम के तट पर गंदगी देख कर के हैरान है और उनका कहना है कि वह आस्था की डुबकी लगाने आए हुए हैं लेकिन अब वह केवल आचमन करके ही वापस लौट रहे हैं ..
देखिए एक खास रिपोर्ट
ये वही माँ गंगा है जिसका जल हर दिन दुनिया के कोने कोने में पंहुचता है । हर दिन देश विदेश से आए लोग संगम में डुबकी लगाकर पुण्यलाभ कमाते हैं। एक सच ये भी है की आस्था में विश्वास रखने वालो के लिए गंगा कुछ दिन पहले तक देवी थी, आज बहता पानी हो गई है । माघ मेला के खत्मं होने के बाद सभी ने गंगा को बेसहारा बना दिया । आज पूरे संगम तट पर गंगा मैली पड़ी है।
संगम तट पर जिस जगह श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाते हैं वहां पर पोलिथीन ,फूल माला ,समेत कई और भी गन्दगी देखने को मिल रही है।हालात इतने बदतर है की देश के कोने कोने से आये श्रद्धालु अब गंगा में स्नान करने के बजाए आचमन करके ही जा रहे हैं। बेहद कम श्रद्धालु है जो गंगा में स्नान करते हुए दिखाई दे रहे है।
कई श्रद्धालु को इतना अफ़सोस है की गंगा को माँ कहते है और माँ के पास इतनी गन्दगी है यह उचित नहीं है इसके बारे में सरकार को सोचना चहिये। देश के कोने-कोने से आए श्रद्धालुओं का कहना है कि कुछ दिन पहले जब वो माघ मेले के दौरान आए थे तो गंदगी पूरे क्षेत्र में कहीं भी देखने को नहीं मिली थी लेकिन अब गंगाजल के साथ ही साथ संगम के तट पर गंदगी का अंबार देखने को मिल रहा है।
उनका कहना है कि माघ मेले के दौरान सफाई कर्मी गंदगी को साफ करने में लगे हुए थे लेकिन अब सफाई कर्मी भी हो दिखाई नहीं दे रहे । इसमें प्रयागराज प्रशासन और नगर निगम की बड़ी लापरवाही है । नवरात्र शुरू होने में बेहद कम समय का वक्त रह गया है ऐसे में संगम तट पर लोग गंगा स्नान करने के लिए भी आएंगे लेकिन जिस तरीके से गंदगी देखी जा रही है उससे यह कहना गलत नहीं होगा कि बेहद कम समय के वक्त में गंगा का साफ होना बेहद मुश्किल है।
संगम क्षेत्र और गंगा की ऐसी हालत देख कर संगम तट पर आ रहे लोगो मे अब गुस्सा देखने को मिल रहा है ।श्रद्धालुओ का कहना है कि सरकार गंगा पर खर्च हो रहे करोड़ो रुपय बर्बाद ही कर रही है। संगम तट पर सफाई कर्मचारी नदारद दिख रहे है । इसमें अगर 30 फीसदी गलती आमजनता की है तोह 70 फीसदी गलती सरकार और उसकी नीतियों की है ।