एक क्लिक में पढ़ें कन्नौज जिले की स्कूल-कॉलेज और परीक्षाओं सम्बंधित ख़बरें
जनपद के 1653 परिषदीय स्कूलों के 138981 छात्र-छात्राएं इस बार वार्षिक परीक्षा नहीं देंगे। उनको बिना परीक्षा के ही अगली कक्षा में प्रवेश दे दिया जाएगा। सभी को पास करने का फरमान भी शासन से आ गया है।
कन्नौज: जनपद के 1653 परिषदीय स्कूलों के 138981 छात्र-छात्राएं इस बार वार्षिक परीक्षा नहीं देंगे। उनको बिना परीक्षा के ही अगली कक्षा में प्रवेश दे दिया जाएगा। सभी को पास करने का फरमान भी शासन से आ गया है। अपर मुख्य सचिव रेणुका कुमार ने जारी किए आदेश में कहा है कि इन दिनों नोवेल कोरोना वायरस का प्रकोप फैल रहा है। रोकने के लिए सभी परिषदीय व निजी स्कूल दो अप्रैल तक बंद कर दिए गए हैं। साथ ही मार्च में होने वाली सालाना परीक्षाएं भी नहीं कराई जाएंगी।
अप्रैल से नए शैक्षिक सत्र की शुरुआत हो जाती है
पहले 16 से 23 मार्च तक के बीच परिषदीय स्कूलों में परीक्षाएं होनी थीं। अप्रैल से नए शैक्षिक सत्र की शुरुआत हो जाती है। चूंकि दो अप्रैल तक सभी विद्यालयों में अवकाश घोषित कर दिया गया है और जब स्कूल खुलेंगे तो नए शैक्षिक सत्र का समय शुरू हो गया होगा। सभी छात्र-छात्राओं को बिना परीक्षा दिए पास कर दिया जाएगा।
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ये हैं कक्षावार छात्र-छात्राओं का विवरण
प्राइमरी स्कूल
कक्षा छात्र संख्या
एक- 22198
दो - 23970
तीन- 23579
चार- 20808
पांच- 18403
जूनियर हाई स्कूल
कक्षा- छात्र संख्या
छह- 10068
सात- 10051
आठ- 9904
क्या कहते हैं बीएसए
बीएसए केके ओझा ने बताया कि अपर मुख्य सचिव रेणुका कुमार का आदेश आ गया है। परिषदीय स्कूलों में इस साल वार्षिक परीक्षाएं नहीं होंगी। बिना परीक्षा के कक्षा एक से आठ तक के 138981 बच्चे पास कर दिए जाएंगे। सभी को अगली कक्षा में प्रवेश लेने का सर्टिफिकेट भी मिल जाएगा।
लेकिन चल रहीं सीबीएसई की परीक्षाएं, अधिकारी बेबस
दो अप्रैल तक सभी स्कूल-कॉलेज बंद करने का फरमान जारी हो चुका है। विश्वविद्यालय की परीक्षाएं भी स्थगित कर दी गई हैं। कचहरी बंद है, मूल्यांकन पर भी रोक लगा दी गई है, लेकिन सीबीएसई से सम्बंधित कॉलेज खुल रहे हैं। यहां परीक्षाएं हो रही हैं। भीड़ इकट्ठा हो रही है, जबकि सरकार भीड़ न एकत्र हो, इसलिए अवकाश घोषित कर रही है। जिले में कई कॉलेज ऐसे हैं, जहां बुधवार को परीक्षाएं हुईं। अधिकारी बेबस बने रहे।
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सीएम देते रहें आदेश, शिक्षा विभाग नहीं मानता
कन्नौज: सरकार ने कोरोना वायरस से बचने के लिए स्कूल, कॉलेज खोलने, परीक्षा व मूल्यांकन पर पाबंदी लगा दी है, लेकिन इसके बाद भी ब्लाक संसाधन केंद्र पर लर्निंग आउट कम परीक्षा की कापियों का मूल्यांकन किया जा रहा है।
बुधवार को बीआरसी जलालाबाद में लर्निंग आउटकम परीक्षा की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन करने के लिए परिषदीय स्कूलों के शिक्षक-शिक्षिकाओं को बुलाया गया था। बीआरसी पर कोरोना से बचाव के लिए मास्क व सेनेटाइजर न देख परीक्षक भड़क गए और कॉपी जांचने से मना कर दिया। बाद में बीईओ ओपी वर्मा के कहने पर मूल्यांकन शुरू हुआ। उसके बाद शिक्षकों को घर से कापी जांच कर जमा करने की बात कही गई।
बताया गया है कि 50 शिक्षकों को सुबह कापी जांचने के लिए बुलाया गया था। विरोध के बाद घर पर कॉपियां जांचने की छूट मिल गई। शिक्षक अजय पाठक, प्रमोद यादव, विनय यादव, कैलाश नाथ व सुनील वर्मा का कहना है कि जिले में केवल जलालाबाद बीआरसी पर ही कॉपियों का मूल्यांकन कराया जा रहा है। साथ ही कोरोना वायरस से बचाव के उपाय नहीं है।
क्या बोले जिम्मेदार
बीएसए केके ओझा का कहना है कि कुछ काम बाकी रह गया था,उसे पूरा कराने के लिए कहा गया था। जिससे आगे दिक्कत न आए।
क्या कहते हैं बीईओ
बीईओ ओपी वर्मा ने बताया कि कॉपियों की फीडिंग का काम 20 मार्च तक होना है। मूल्यांकन के लिए डीएलएड प्रशिक्षुओं को लगाया गया था। उनके न आने पर शिक्षकों को बुलाया गया। शिक्षकों को घर से कापी जांच कर जमा करने के निर्देश दिए हैं।
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अब देरी से आएगा बोर्ड के परीक्षार्थियों का परीक्षा परिणाम
कन्नौज: यूपी बोर्ड परीक्षाओं की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन बुधवार से स्थगित हो गया। जिले के दोनों केंद्रों पर दोपहर के वक्त सन्नाटा पसरा रहा। सूचना भी चस्पा कर दी गई है कि अग्रिम आदेशों तक कॉपियां नहीं जांची जाएंगी। इस वजह से परीक्षा परिणाम देरी से आएगा।
16 से 25 मार्च तक यूपी बोर्ड परीक्षा की कॉपियों को जांचने का समय घोषित किया गया था। दो दिन तक ही कॉपियां जांची गईं, उसके बाद प्रमुख सचिव ने पत्र भेजकर मूल्यांकन कार्य स्थगित करने की जानकारी दी।
उधर माध्यमिक शिक्षक संघ ने भी आलाधिकारियों से मिलकर मूल्यांकन कार्य स्थगित करने की मांग की थी। बुधवार को शहर के एसबीएस इंटर कॉलेज और केके इंटर कॉलेज में मूल्यांकन कार्य नहीं हुआ। उपनियंत्रक एमसी पाल ने बताया कि उन्होंने एसबीएस इंटर कॉलेज केंद्र पर नोटिस बोर्ड रखवा दिया है, उसमें अग्रिम आदेशों तक मूल्यांकन कार्य बंद रहने की बात लिखी है।
कई परीक्षक पहुंचे केंद्रों पर
कॉपियों का मूल्यांकन कार्य स्थगित होने की जानकारी न होने पर कई सहायक परीक्षक व उप प्रधान परीक्षक मूल्यांकन केंद्रों पर पहुंचे। पता चलने पर वापस लौट गए। उपनियंत्रक एमसी पाल ने बताया कि जिन परीक्षकों ने समाचार पत्र नहीं पढ़े या टेलीविजन नहीं देखा होगया या दूर के थे, वह ही आए थे। बाद में सभी लौट गए।