NICU PICU Hospital: 100 बेड वाले पीकू और नीकू अस्पताल 20 जून तक हो जाएंगे तैयार

NICU PICU Hospital: सभी मेडिकल कॉलेजों में पीकू तथा नीकू के 100 बेड की स्थापना का काम 20 जून तक पूरा कर लिया जाएगा।

Reporter :  Shreedhar Agnihotri
Published By :  Shreya
Update: 2021-06-09 18:24 GMT

(कॉन्सेप्ट फोटो साभार- सोशल मीडिया)

NICU PICU Hospital: इस समय प्रदेश में सभी मेडिकल कॉलेजों में पीडियाट्रिक आईसीयू (पीकू) तथा नियोनेटल आईसीयू (नीकू) के 100 बेड की स्थापना का काम तेजी से चल रहा है। 100 बेड के अलावा होल्डिंग एरिया के लिए 10 अतिरिक्त बेड भी तैयार किए जा रहे हैं। बेड की स्थापना का काम 20 जून तक पूरा कर लिया जाएगा। इसके अलावा 5 राजकीय मेडिकल कॉलेजों तथा एक निजी मेडिकल कॉलेज में पीकू और नीकू बेड स्थापना का काम पूरा कर लिया गया है। 

इन सभी बातों की जानकारी आज आला अधिकारियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) के साथ हुई बैठक में दी। बैठक केदौरान कहा गया कि विगत 24 घण्टों में प्रदेश में कोरोना संक्रमण के 709 मामले प्रकाश में आए हैं। इसी अवधि में 1,706 संक्रमित व्यक्तियों का सफल उपचार करके डिस्चार्ज किया गया है। संक्रमण के एक्टिव मामलों की संख्या 12,959 है। राज्य में कोरोना संक्रमण की रिकवरी दर लगातार बढ़ रही है। वर्तमान में यह दर बढ़कर 98 प्रतिशत हो गई है।

संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण बनाए रखने के लिए सावधानी आवश्यक 

इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण बनाए रखने के लिए निरन्तर सजग और सावधान रहना आवश्यक है। इसलिए कोरोना टेस्ट की संख्या में कमी नहीं होनी चाहिए। प्रतिदिन लगभग 3 लाख कोविड टेस्ट किए जाएं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्षा काल में इंसेफेलाइटिस सहित विभिन्न संक्रामक बीमारियों का प्रकोप बढ़ता है। बरसात का मौसम शुरू हो रहा है। इसके दृष्टिगत इंसेफेलाइटिस पर प्रभावी रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा कार्य योजना तैयार कर ली जाए। पूर्व के वर्षों में प्रदेश सरकार द्वारा बेहतर और प्रभावी सर्विलांस से इंसेफेलाइटिस के संक्रमण को रोकने में सफलता प्राप्त की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वच्छता, सैनिटाइजेशन तथा फाॅगिंग की प्रभावी और निरन्तर कार्रवाई से इंसेफेलाइटिस सहित विभिन्न संक्रामक बीमारियों को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है।

मुख्यमंत्री ने सामुदायिक, प्राथमिक एवं उप स्वास्थ्य केन्द्रों तथा हेल्थ एवं वेलनेस सेण्टर के सुदृढ़ीकरण कार्य की गति को और तेज किया जाए। सभी अस्पतालों एवं स्वास्थ्य केन्द्रों पर चिकित्सक सहित आवश्यक मैन पावर उपलब्ध होना चाहिए। मेडिकल उपकरण क्रियाशील अवस्था में रहे एवं उनका बेहतर रख-रखाव सुनिश्चित किया जाए। सभी अस्पतालों एवं स्वास्थ्य केन्द्रों पर स्टॉक रजिस्टर आवश्यक रूप से होना चाहिए, इनमें सभी उपकरणों सहित उपलब्ध कराए गए ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स की इण्ट्री भी होनी चाहिए।

कोविड बेड की संख्या में की जा रही वृद्धि

मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि मेडिकल कॉलेजों एवं विभिन्न अस्पतालों में कोविड बेड की संख्या में निरन्तर वृद्धि की जा रही है। विगत दिवस विभिन्न मेडिकल कॉलेजों में 60 बेड की वृृद्धि हुई है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ऑक्सीजन ऑडिट रिपोर्ट अनिवार्य रूप से सभी अस्पतालों को उपलब्ध करा दी जाए। निजी मेडिकल कॉलेजों एवं अस्पतालों को अनुमति देते समय ही ऑक्सीजन ऑडिट के प्राविधान सम्मिलित करने के सम्बन्ध में विचार-विमर्श कर व्यवस्था बनायी जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वैक्सीनेशन की कार्यवाही व्यवस्थित, सुचारु और निर्बाध ढंग से संचालित की जाए। वैक्सीनेशन सेण्टर पर वेटिंग एरिया तथा ऑब्जरवेशन एरिया की अवश्य व्यवस्था की जाए। उन लोगों को ही वैक्सीनेशन सेण्टर पर बुलाया जाए, जिनका वैक्सीनेशन किया जाना है। वैक्सीनेशन सेण्टर पर कोरोना प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन सुनिश्चित किया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री हेल्पलाइन का व्यापक उपयोग किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेल्पलाइन द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में गांव प्रधानों तथा नगरीय क्षेत्रों में पार्षदों से संवाद कर स्वच्छता, सैनिटाइजेशन एवं फाॅगिंग तथा निगरानी समितियों के कार्यों के सम्बन्ध में फीडबैक प्राप्त किया जाए।

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