नोएडा: कॉल सेंटर कर्मियों को छोड़ने के लिए SI समेत 6 पुलिसकर्मियों ने ली रंगदारी
थाना फेस थ्री पुलिस ने फाइनेंस कंपनी के कर्मियों को उठाकर रंगदारी मांगने के आरोप में नोएडा साइबर क्राइम थाने के एक सिपाही सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि सिपाही ने साइबर क्राइम थाने के ही एक सब इंस्पेक्टर और पांच सिपाहियों के साथ मिलकर कॉल सेंटर पर दबिश दी थी।
नोएडा : थाना फेस थ्री पुलिस ने फाइनेंस कंपनी के कर्मियों को उठाकर रंगदारी मांगने के आरोप में नोएडा साइबर क्राइम थाने के एक सिपाही सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि सिपाही ने साइबर क्राइम थाने के ही एक सब इंस्पेक्टर और पांच सिपाहियों के साथ मिलकर कॉल सेंटर पर दबिश दी थी।
वहां से तीन कर्मचारियों को उठाकर थाना साइबर क्राइम ले गए। इसके बाद तीनों कर्मचारियों को छोडऩे की एवज में सात लाख रुपए की रंगदारी मांगी गई। दो लाख रुपए देने पर आरोपी पुलिसकर्मियों ने कॉल कर्मचारियों को छोड़ दिया था। बाकी पैसों के लिए कंपनी मालिक पर दबाव बना रहे थे पुलिस अब इस मामले में फरार चल रहे सब इंस्पेक्टर समेत पांच पुलिसकर्मियों की तलाश में जुटी है।
साइबर क्राइम थाने का पुलिसकर्मी बताया
नोएडा सेंट्रल के डीसीपी हरिश्चंद्र ने बताया कि माजू चौहान की सेक्टर 65 में बंधन फाइनेंशियल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी है। माजू चौहान ने शिकायत करते हुए बताया कि बीती 10 फरवरी को कंपनी में सादी वर्दी कुछ लोग पहुंचे। उन्होंने खुद को साइबर क्राइम थाने का पुलिसकर्मी बताया। इसके बाद फर्जी कंपनी बताते हुए कंपनी से वसीम, सुहैल और परवेज को पकडक़र अपने साथ ले गए। पुलिसकर्मियों ने तीनों कर्मचारियों को छोडऩे के लिए माजू चौहान से सात लाख रुपए मांगे। बाद में पांच लाख रुपए में सौदा तय हो गया। माजू ने दो लाख रुपए पुलिसकर्मियों को दे दिए। जिसके बाद आरोपी पुलिसकर्मियों ने तीनों कर्मचारियों को छोड़ दिया। बाकी पैसों के लिए आरोपी पुलिसकर्मी कंपनी मालिक पर दबाव बनाने लगे।
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दो लोगों को किया गिरफ्तार
रविवार को पुलिसकर्मियों ने कंपनी मालिक को पैसा लेकर नोएडा स्टेडियम के पास बुलाया। वहां पर पहले से ही सक्रिय पुलिस टीम ने आरोपी सिपाही समेत दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों की पहचान साइबर क्राइम थाना में तैनात सिपाही नितिन चौधरी निवासी कृष्णा तेलमील गेट मोदीनगर गाजियाबाद और सोनू निवासी ऑयल मील गेट मोदीनगर गाजियाबाद के रुप में हुई है। आरोपी सोनू सिपाही नितिन का दोस्त है। डीसीपी ने बताया कि इस मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और आईपीसी की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। सभी फरार पुलिस कर्मियों की तलाश की जा रही है। उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
फरार पुलिसकर्मियों की पहचान
फरार पुलिसकर्मिायों की पहचान साइबर क्राइम थाना में तैनात सब इंस्पेक्टर चेतन प्रकाश, सिपाही सुमित पावला, सिपाही सुमित शर्मा, सिपाही अतुल नागर और सिपाही सुमित मंडार के रुप में हुई है।
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फर्जी है फाइनेंस कंपनी
डीसीपी हरिश्चंद्र ने बताया कि वादी माजू चौहान की फाइनेंस कंपनी फर्जी है। पुलिस कंपनी के सभी दस्तावेजों आदि की गहनता से जांच कर रही है। शुरूआती जांच में कंपनी के फर्जी होने के कई दस्तावेज मिले हैं। फिलहाल पुलिस की एक टीम इसकी जांच कर रही है।
दीपांकर जैन