Nithari Kand: मोनिंदर सिंह पंढेर हुआ जेल से रिहा, कड़ी सुरक्षा में हुई रिहाई

Nithari Kand: मोनिंदर सिंह पंढेर वर्ष जून 2023 से कर ग्रेटर नोएडा लुक्सर जेल में अपनी सजा काट रहा था। इससे पहले वह गाजियाबाद की डासना जेल में बंद था। इस वक्त पंढेर की तबीयत ठीक नहीं है।

Report :  Viren Singh
Update: 2023-10-20 06:59 GMT

Nithari Kand: (सोशल मीडिया)  

Nithari Kand: नोएडा के सबसे चर्चित और आत्मा को झकझोर देने वाले निठारी कांड से कौन नहीं वाफिक होगा, जिसने भी इस कांड को सुना उसकी रूह कांप गई। कई वर्षों बाद आज इस कांड में अहम मोड आ गया। निठारी कांड के आरोपी सुरेंद्र कोली और मोनिंदर सिंह पंढेर में से पंढेर की आज रिहाई हो गई। मोनिंदर सिंह पंढेर ग्रेटर नोएडा के लुक्सर जेल में बंद था। इलाहाबाद हाईकोर्ट से फांसी की सजा रद्द होने के बाद मनोनिंदर सिंह पंढेर करीब सारे मामलों से बरी कर दिया गया था, जिसके बाद आज दोपहर उसकी रिहाई हो गई। रिहाई को लेकर जिला जेल के बाहर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गए थे। वहीं, इस कांड के दूसरे आरोपी सुरेंद्र कोली की रिहाई अभी होने में अभी काफी समय लग सकता है, क्योंकि उसको अभी सारे मामले में रिहाई नहीं मिली है।

दोपहर 1.40 बजे हुई पंढेर की रिहाई

शुक्रवार को सुबह मोनिंदर पंढेर सिंह का दूसरा परवाना गौतमबुद्ध नगर जिला जेल पहुंचा, जिसके बाद रिहाई की सारी प्रक्रिया पूरी हुई और दोपहर 1.40 बजे उसे को जेल से मुक्ति मिल गई। पंढेर जेल से बाहर आते वक्त अपने वकील का हाथ पकड़ा हुआ था। इसको कवर करने के लिए जिला जिले के बाद बड़ी संख्या में मीडिया मौजूद थी, लेकिन  पंढेर ने किसी से भी बात नहीं की। बाहर खड़ी कार में अपने वकील के साथ बैठकर चला गया। साथ ही, सुरक्षा के लिहाज से पंढेर साथ पुलिस के कुछ जवान भी साथ में गए।  

कोर्ट ने दोनों केस में दी पंढेर को रिहाई

मनोनिंदर सिंह पंढेर के अधिवक्ता देवराज सिंह ने बताया कि कोर्ट में दो मामलों में अपील की गई थी और दोनों ही मामलों में कोर्ट से पंढेर को रिहा किया गया है। अन्य एक मामले में जमानत दाखिल की गई थी, जिसमें परवाना जारी हुआ था और इसमें भी रिहाई हो गई। इस मामले पर सारी प्रक्रिया पूरी होने के बाद पंढेर को रिहा कर दिया गया।

आरोपी कोली की रिहाई में अभी है समय 

सिंह ने कहा कि पंढेर के साथ निठारी कांड में दूसरे आरोपी सुरेंद्र कोली की रिहाई में अभी समय लगेगा। कोर्ट से वह अभी सारे मामलों में बरी नहीं हुआ। एक मालमे में पंढेर का परवाना जिला कारागार गौतम बुद्ध नगर यानी नोएडा पहुंच चुका है, जबकि दो अन्य मामलों के परवाना भी पहुंच गया था। इसके पहुंचते ही रिहाई होने की सारी प्रक्रियाएं पूरी हुईं, जिसके बाद उसकी रिहाई हुई। 

पंढेर लुक्सर जेल में था बंद

मोनिंदर सिंह पंढेर वर्ष जून 2023 से कर ग्रेटर नोएडा लुक्सर जेल में अपनी सजा काट रहा है। इससे पहले वह गाजियाबाद की डासना जेल में बंद था। इस वक्त पंढेर की तबीयत ठीक नहीं है, इसलिए उसको जेल के आइसोलेशन वार्ड रखा गया है। हालत इतनी खराब है कि वह बिना व्हीलचेयर के चल तक नहीं पता है। अब मोनिंदर सिंह पंढेर को जेल से रिहा कर दिया गया है। 

निठारी कांड का इस साल हुआ था खुलासा

आपको बता दें कि दिसंबर 2006 में देश के सामने निठारी कांड का खुलासा हुआ था। यहां पर मौजूद D-5 कोठी में उस वक्त डेढ़ दर्जन बच्चों-युवतियों के अवशेष, खून से सने कपड़े सहित अन्य वस्तुएं बरामद हुई थी, जिसके बाद यह कोठी देश में चर्चा का विषय बन गई थी। इस जघन्य कांड को निठारी कांड का नाम दिया, क्योंकि यह कोठी नोएडा के निठारी गांव में स्थित है। निठारी कांड में सुरेंद्र कोली और मोनिंदर सिंह पंढेर मुख्य आरोपी थे। इसमें कोली को 13 मुकदमों और पंढेर को दो मुकदमों में फांसी की सजा सुनाई गई। इस कांड पर पर 2006 में कुल 19 मुकदमें दर्ज हुए थे। इस मामले पर फांसी की सजा होने के होने के बाद दोनों दोषियों ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में अपील दायर किया था। इस मामले पर सुनवाई करते हुए न्यायमूर्ति एस. एच. ए. रिजवी की खंडपीठ ने सितंबर महीने में फैसला सुरक्षित रख लिया था। 16 अक्टूबर अपना फैसला सुनाते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सुरेंद्र कोली और मोनिंदर सिंह पंढेर को बरी कर दिया था।

इसको भी पढ़ें: Nithari Case: 17 साल में सज़ा-ए-मौत से बरी होने की कहानी

इसको भी पढ़ें: Nithari Kand: क्या है बहुचर्चित निठारी हत्याकांड ? कोर्ट से बरी हुए सुरेंद्र कोली और पंढ़ेर पर क्या थे आरोप

Tags:    

Similar News