फोन न रिसीव करना डीएम समेत तीन अधिकारियों को पड़ा महंगा, हुआ ये...

शासन द्वारा अधिकारियों को मिले CUG नंबर (सरकारी फोन) पर आ रही काल को आम आदमी का नंबर समझ कर न उठाना जिले के तीन अधिकारियों को महंगा पड़ गया है।

Update: 2019-12-17 10:59 GMT

अमेठी: शासन द्वारा अधिकारियों को मिले CUG नंबर (सरकारी फोन) पर आ रही काल को आम आदमी का नंबर समझ कर न उठाना जिले के तीन अधिकारियों को महंगा पड़ गया है। कांग्रेस के विधान परिषद सदस्य (MLC) की शिकायत पर जिले के अधिकारी विशेषाधिकार समित में तलब कर लिए गए हैं। जिसमें जिलाधिकारी सी.इंदुमति भी शामिल हैं।

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मंगलवार को पूरे मामले की जानकारी देते हुए विधान परिषद सदस्य दीपक सिंह के मीडिया प्रतिनिधि राजेश तिवारी ने बताया कि हाल ही में एमएलसी दीपक सिंह ने एक पीड़ित की मदद के लिए तहसीलदार सदर को फोन किया था। सरकारी नंबर पर कई बार फोन करने के बाद भी जब काल नहीं उठी तो एमएलसी ने एसडीएम सदर को फोन किया ताकि पीड़ित को न्याय मिल सके। लेकिन एसडीएम का हाल भी तहसीलदार वाला ही रहा फोन पर घंटी बजती रही किंतु साहब ने उठाने का कष्ट नहीं किया।

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इस बात से खासा नाराज एमएलसी दीपक सिंह ने जिलाधिकारी सी.इंदुमति के सीयुजी नंबर पर काल लगाया परंतु वो भी अपने मातहत अधिकारियों की तरह ही फोन काल को अनसुना कर गई। इससे खफा एमएलसी दीपक सिंह ने मंगलवार को सदन के शून्य काल में मौखिक तौर पर अपनी बात रखी। जिस पर सभापति ने सुल्तानपुर की जिलाधिकारी, एसडीएम सदर और तहसीलदार सदर को कांग्रेस विधानपरिषद सदस्य दीपक सिंह के फ़ोन नहीं रिसीव करने के अपराध में उप्र की विशेषाधिकार समित में तलब किया है।

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