लखनऊ: एक जनपद, एक उत्पाद (ODOP) के तहत यूपी में शुक्रवार को 4084 लोगों को 1006.94 करोड़ के ऋण पत्र बांटे जाएंगे। इसके माध्यम से हर वर्ष एक लाख लोगों को स्वरोजगार से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है। लाभार्थियों को सरकार तकनीकी प्रशिक्षण भी दिलाएगी।
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सूक्षम, लघु एवं मध्यम उदयम मंत्री सत्यदेव पचौरी ने गुरूवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में पत्रकारों को ODOP समिट के संबंध में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि इसमें आठ तकनीकी सत्रों का आयोजन होगा। ये सत्र कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण, हस्तशिल्प एवं पर्यटन, हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग और क्रेडिट व फाइनेंस पर आधारित होंगे। विषय विशेषज्ञों के अलावा वरिष्ठ अधिकारी इन सत्रों को सम्बोधित करेंगे।
विभागीय मंत्री करेंगे हर सत्र की अध्यक्षता
कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण का सत्र 12:30 से 2 बजे और 3 से 4 बजे तक। हस्तशिल्प एवं पर्यटन सत्र 12ः30 से 02ः00 बजे तक और 3 से 4 बजे तक हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग सत्र 12:30 से 2 बजे तक और 3 से 4:30 बजे तक।क्रेडिट एवं फाइनेंस का सत्र 12:30 से 0200 बजे और 3:30 से 4:30 बजे तक सभी सत्रों का समापन सायं 4:45 बजे से होगा। सभी जनपदों के उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई जायेगी। प्रदर्शनी 10 अगस्त को अपराह्न 03:00 से रात्रि 08:00 बजे तक, 11 और 12 अगस्त को प्रातः 09:00 बजे से रात्रि 08:00 बजे तक होगी।
हर साल दो लाख करोड़ निर्यात का लक्ष्य
पचौरी ने कहा कि समिट के आयोजन का मकसद लघु उद्योग को बढ़ावा देना है। सभी जिलों के उत्पादों को एक मंच देने की व्यवस्था की गई है। उदयमियों को अपने उत्पादों की मार्केटिंग के लिए बेहतर बाजार उपलब्ध होगा। वे अपने उत्पादों की तकनीक और गुणवत्ता में सुधार लाकर निर्यात के क्षेत्र में भी भागीदारी कर सकेंगे। सरकार ने हर वर्ष दो लाख करोड़ रूपये निर्यात का लक्ष्य रखा है।