गोरखपुर: कश्मीर में शहीद हुए सेना के जवान श्यामनारायण यादव के अंतिम संस्कार में जिला प्रशासन के किसी अधिकारी के न पहुंचने से शहीद के परिजनों और गांव वालों में काफी आक्रोश है। शनिवर की सुबह साढ़े पांच बजे शहीद का शव उनके पैतृक गांव गोपालपुर पहुंचा।
भतीजे ने दी मुखाग्नि
-सुबेदार अजय और जीआरडी गोरखपुर के जवानों ने शहीद को अंतिम सलामी दी।
-शहीद की अंतिम संस्कार में ग्रामीणों की भारी भीड़ जुटी थी।
-सिंहोघड़वा स्थित राप्ती नदी के तट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया।
-शहीद श्यामनारायण को मुखाग्नि उनके भतीजे दीपक ने दी।
-छह भाइयों में तीसरे नंबर पर श्यामनारायण सेना में थे।
-वह अपने पीछे पत्नी सुनीता यादव, बेटी निधि (9), खुशबू (7) और नीतू (5) को छोड़ गए हैं।
प्रशासन के रवैये से नाराज हैं परिजन
-शहीद के परिजन प्रशासन के रवैये से काफी नाराज हैं।
-शहीद के अंतिम संस्कार में जिला प्रशासन का कोई अधिकारी मौजूद नहीं था।
-जबकि श्यामनरायण के मौत की खबर उन्होनें प्रशासन को दे दी थी।
-इसके बावजूद प्रशासन से किसी ने उनके परिजनों की सुध तक नहीं ली।