Presidential Election 2022: 16 जुलाई को राजभर खोलेंगे पत्ते, अखिलेश से चाहते हैं मिलना, मुलाकात पक्की नहीं
Presidential Election 2022: ओपी राजभर के अलग-अलग बयानों से एनडीए और विपक्ष दोनों उनके 6 विधायकों के वोट को लेकर अभी आश्वस्त नहीं दिखाई दे रहे हैं।
Lucknow: राष्ट्रपति चुनाव (Presidential Election 2022) में ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) किसके साथ जाएंगे यह अभी राज ही बना हुआ है। ओपी राजभर के अलग-अलग बयानों से एनडीए (NDA) और विपक्ष दोनों उनके 6 विधायकों के वोट को लेकर अभी आश्वस्त नहीं दिखाई दे रहे हैं। एक तरफ राजभर यह भी कह रहे हैं कि वह अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के साथ हैं आगे भी गठबंधन चलता रहेगा, लेकिन दूसरी ओर वह यह भी कह देते हैं कि द्रोपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) ने उनसे वोट मांगा है।
सीएम योगी के डिनर पार्टी में जाने से उनका मत एनडीए के पक्ष में जाने की संभावना तेज हो गई थी। राजभर ने डिनर पार्टी के बाद 12 जुलाई यानि आज अपने नेताओं के साथ बैठक कर पत्ता खोलने की बात कही थी। आज की बैठक भी स्थगित हो गई है। अब 16 जुलाई को यह बैठक होगी।
बैठक स्थगित होने और नई तारीख के बारे में सुभासपा के महासचिव अरुण राजभर (Subhasp general secretary Arun Rajbhar) ने जो तर्क दिए हैं वह समाजवादी पार्टी की ओर से खारिज किए जा रहे हैं। सोशल मीडिया पर अरुण राजभर का एक संदेश पोस्ट किया गया है, जिसमें वह कुछ मीडिया के लोगों को मैसेज कर बैठक स्थगित होने और 16 जुलाई को बैठक होने के बारे में जानकारी दिए हैं।
अरुण राजभर का जो पोस्ट आया है उसमें उन्होंने लिखा है 'आज की होने वाली पत्रकार वार्ता स्थगित इसलिए की गई है कि उदय वीर सिंह ने बताया की अखिलेश यादव 1-2 दिन में मिलेंगे। तभी अचानक मुलायम सिंह यादव की पत्नी का निधन हो गया। इसलिए यह पत्रकार वार्ता को स्थगित कर दिया गया। राष्ट्रपति चुनाव को लेकर अखिलेश यादव से मुलाकात करने के बाद यह पत्रकार वार्ता अब 16 जुलाई को लखनऊ में किया जाएगा। सुभासपा अभी सपा के साथ है, आगे भी रहेगी।
अरुण राजभर के बयान पर उदयवीर का जवाब
अरुण राजभर का यह संदेश मीडिया में तेजी से फैला और सोशल मीडिया पर भी पोस्ट किया गया। जिसके बाद सपा प्रवक्ता और अखिलेश यादव के करीबी उदय वीर सिंह ने ट्वीट कर कहा कि ' ना ऐसी कोई मुलाकात तय हुई है ना ही SBSP की तरफ से समाजवादी पार्टी से या मुझसे टाइम मांगने की कोई बात हुई है।
अरुण राजभर का मीडिया को दिया गया संदेश और उदयवीर सिंह का ट्वीट देखकर यह कहा जा सकता है कि सपा और सुभासपा के बीच कोई बातचीत नहीं चल रही है। या फिर इन दोनों नेताओं में से कोई एक झूठ बोल रहा है। फिलहाल अखिलेश यादव और ओपी राजभर के बीच मनमुटाव की खबरें सार्वजनिक हैं, लेकिन आज की प्रेस वार्ता स्थगित होने के बाद अब कई तरह के सवाल और भी उभर रहे हैं कि अगर उदयवीर सिंह सच बोल रहे हैं तो क्या अखिलेश यादव राजभर से अब मिलना ही नहीं चाहते हैं।