गोरक्षपीठ की भव्य विजय शोभायात्रा: CM योगी बोले, राम से सीखें जंग जीतना...

विजयादशमी के अवसर पर गोरक्षपीठ की परंपरागत विजय शोभायात्रा पीठाधीश्वर और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ में निकली। मानसरोवर रामलीला मैदान पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम का राजतिलक करने के बाद कहा कि भगवान राम की मर्यादा का पालन करके हम कोविड-19 की जंग भी जीत सकते हैं। हजारों वर्ष पहले स्‍थापित रामराज्‍य आज भी हमारा मार्गदर्शक है।

Update:2020-10-25 20:46 IST
भगवान राम की मर्यादा का पालन करके हम कोविड-19 की जंग भी जीत सकते हैं

गोरखपुर: विजयादशमी के अवसर पर गोरक्षपीठ की परंपरागत विजय शोभायात्रा पीठाधीश्वर और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ में निकली। मानसरोवर रामलीला मैदान पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम का राजतिलक करने के बाद कहा कि भगवान राम की मर्यादा का पालन करके हम कोविड-19 की जंग भी जीत सकते हैं। हजारों वर्ष पहले स्‍थापित रामराज्‍य आज भी हमारा मार्गदर्शक है।

आध्यात्मिक विरासतों को सुरक्षित करने का काम

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 पर विजय पाने के लिए हमें 'दो गज की दूरी, मास्क है जरूरी’ जरूरी है। इसी से जान भी बचेगी, जहान भी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मर्यादा का पालन कर अपनी समृद्ध, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को सुरक्षित रखने में सफल हो सके हैं। मुख्यमंत्री ने रामलीला मंचों से भजनों की श्रृंखला शुरू करने की भी सलाह दी। उन्होंने कहा कि रामलीला के मंच से वर्ष में कम से कम चार से छह कार्यक्रम अवश्य होने चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि आध्यात्मिक विरासतों को सुरक्षित करने का काम निरंतर चल रहा है। ऐसे में अब किसी धार्मिक स्थल पर कब्जा या अतिक्रमण करना संभव नहीं होगा। आध्यात्मिक विरासतें बुरी नजरों से बची रहेंगी।

अयोध्या में भव्य मंदिर निर्माण की भी चर्चा

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में जन्मभूमि पर हो रहे भव्य राममंदिर निर्माण की चर्चा करते हुए कहा कि 492 वर्ष के लंबे अंतराल के बाद भव्य मंदिर का निर्माण शुरू हो गया है। अयोध्या के जरिए देश की यश और कीर्ति पूरे विश्व में फैली है। उन्होंने कहा कि ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ और ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए लम्बी लड़ाई लड़ी। उनका सपना अब पूरा हो रहा है।

ये भी पढ़ें…मध्य प्रदेश उपचुनाव से पहले कांग्रेस के एक और विधायक ने दिया इस्तीफा

अस्त्र शस्त्र से सुसज्जित रही विजयदशमी की शोभा यात्रा

विजयादशमी पर दिन भर चले आयोजनों के बीच शाम साढ़े चार बजे गोरखनाथ मंदिर से भव्‍य विजय शोभायात्रा निकली। इसकी अगुवाई सीएम और गोरक्षपीठाधीश्‍वर महंत योगी आदित्‍यनाथ ने पारंपरिक परिधान में की। शोभायात्रा में हाथों में तलवार, फरसा, भाला समेत अन्य पारम्परिक शस्त्र से सुसज्जित युवाओं की सेना भी शामिल थी। लोग कौतुहल के साथ उन्हें देख रहे थे। शोभायात्रा के दौरान युवाओं ने शस्त्र संचालन के अपने कौशल और शौर्य को भी प्रदर्शित किया। लंकाधिपति रावण का वध कर अधर्म पर धर्म की विजय पताका फहराने वाले मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के अयोध्या लौटने और उनके राजतिलक के प्रतीकस्‍वरूप गोरक्षपीठाधीश्वर की विजय शोभायात्रा गोरखनाथ मंदिर से मानसरोवर मंदिर और रामलीला मैदान के लिए हर साल निकलती है।

ये भी पढ़ें…युद्ध को तैयार देश: अब नहीं बचेगा चीन, युद्धाभ्यास में कई देश की सेनाएं शामिल

शोभायात्रा पर महिलाओं और मुस्लिमों ने की फूलों की बारिश

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, गोरक्षपीठाधीश्वर की पारम्परिक पोशाक में योगी, पुजारियों, पुरोहितों और साधु संतों के साथ ढोल नगाड़ों की मंगल ध्वनियों के बीच श्री गुरु गोरखनाथ के गर्भ गृह में पहुंचे। गर्भ गृह के फर्श पर बैठ कर उन्होंने गुरु गोरखनाथ की विशेष पूजा और आरती की। उनका आशीर्वाद लेकर शोभायात्रा मानसरोवर मंदिर के लिए निकली। ‌गोरखनाथ मंदिर से मानसरोवर मंदिर और फिर रामलीला मैदान तक सड़कों और छतों पर खड़े लोग शोभा यात्रा का इंतजार कर रहे थे। जैसे ही शोभायात्रा उधर से गुजरी लोगों ने जयकारे लगाने शुरू कर दिए। श्रद्धा, भक्ति और हर्षोल्लास के प्रतीक के तौर पर शोभा यात्रा पर जमकर फूल बरसाए। शोभायात्रा, जिधर से गुजरी उधर सड़क किनारे खड़े श्रद्धालुओं ने उसका जोरदार स्वागत किया।

पूर्णिमा श्रीवास्तव

ये भी पढ़ें…धमाके में उड़े 30 लोग: सड़कों पर बिछ गईं सबकी लाशें, हर तरफ चीखें ही चीखें

Tags:    

Similar News