बहराइच: कतर्नियाघाट सेंचुरी में आने वाले टूरिस्ट पिछले कुछ दिनों से ट्री-हट की डिमांड काफी ज्यादा कर रहे थे। अब तक यहां सिर्फ एक ही ट्री-हट बना हुआ है। एक दिन का किराया 10 हजार रुपए होने के बाद भी टूरिस्ट वेटिंग लिस्ट में नाम आने का इंतजार करते रहते हैं। इसे देखते हुए अब वन विभाग ने एक और ट्री-हट बनवाने की कवायद शुरू कर दी है। इसके लिए अनुकूल पेड़ की तलाश करना भी शुरू कर दिया गया है। इसके बनाने पर 17 लाख रुपए से ज्यादा का खर्च आएगा।
कतर्नियाघाट में औसतन प्रतिदिन 200 से 250 टूरिस्ट पहुंचते हैं। कतर्नियाघाट रेंज में बोटिंग के लिए पहुंचने वाले पर्यटकों के लिए गेरुआ सफारी में सेमल के पेड़ पर स्थित ट्री-हट आकर्षण का केंद्र होता है। हर टूरिस्ट की ख्वाहिश होती है कि वो ट्री-हट में एक रात जरूर गुजारे। कतर्नियाघाट के प्रभागीय वनाधिकारी आशीष तिवारी ने बताया कि जो ट्री-हट अभी बना हुआ है, उससे 50 मीटर की दूरी पर एक बड़े सेमल के पेड़ की तलाश की गई है। अभी अनुकूल पेड़ के चयन के लिए सर्वे कराया जा रहा है। फिलहाल ट्री-हट बनाने के लिए लिए प्रस्ताव निदेशालय को भेजा गया है। प्रस्ताव को हरी झंडी मिलते ही इसे बनाने का काम शुरू हो जाएगा। डीएफओ ने बताया कि 15 दिन में प्रस्ताव को हरी झंडी मिलने की उम्मीद है।
सभी सुविधाएं होंगी मुहैया
- डीएफओ आशीष तिवारी ने बताया कि ट्री-हट में दो व्यक्तियों के ठहरने का इंतजाम होगा।
- टॉयलेट और किचन के साथ हट के रूम के सामान रखने की भी व्यवस्था होगी।
- इसमें दो कुर्सियां रहेंगी। पर्यटक ट्री-हट से ही जंगल और नदी के तट का नजारा कर सकेंगे।