Moradabad News: श्वेताभ तिवारी का आईफोन का लॉक खोलना भी बना चुनौती, पुलिस विशेषज्ञों से कर रही संपर्क

Moradabad News: पुलिस को फोन से महत्वपूर्ण जानकारी मिलने की उम्मीद है, लेकिन फोन के लॉक कोड को डीकोड करना पुलिस के लिए मुश्किल हो रहा है। पुलिस विशेषज्ञ की मदद से लॉक खुलवाने की कोशिश में लगी है।

Report :  Sudhir Goyal
Update: 2023-03-12 02:40 GMT

सीए श्वेताभ तिवारी का फाइल फोटो (परिजन)

Moradabad News: मुरादाबाद महानगर के चर्चित सीए श्वेताभ तिवारी हत्याकांड को खोलने में अभी तक नाकाम पुलिस के लिए उनके आईफोन का लॉक खोलना भी चुनौती बन गया है। पुलिस को फोन से महत्वपूर्ण जानकारी मिलने की उम्मीद है, ले्िकन फोन के लॉक कोड को डीकोड करना पुलिस के लिए मुश्किल हो रहा है। फिलहाल पुलिस विशेषज्ञ की मदद से फोन का लॉक खुलवाने की कोशिश में लगी है।

तीन लाइनों पर पड़ताल कर रही पुलिस

गौरतलब है कि रामगंगा विहार निवासी सीए श्वेताभ तिवारी (53) की दिल्ली मार्ग पर मानसरोवर होटल के नजदीक बंसल काम्पलेक्स स्थित आफिस के बाहर 15 फरवरी की रात में ताबड़तोड़ गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस अबतक दो सौ से अधिक फाइलों की पड़ताल करके अनेक लोगों से पूछताछ कर चुकी है। दरअसल, हत्यारे श्हर के किसी भी सीसीटीव कैमरे में नहीं फंसे हैं और हत्या के वक्त कोई भी संदिग्ध फोन नंबर उस क्षेत्र में नहीं मिला है।

हत्या का खुलासा करना पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है। स्थानीय पुलिस के साथ डीआईजी द्वारा गठित 36 निरीक्षकों की टीम व बरेली की एसटीएफ भी हत्या की जांच में लगी हुई है। पुलिस अब हत्यारों की सुरागकशी के लिए श्वेताभ तिवारी के मोबाइल की पड़ताल करना चाहती है, लेकिन अभी उसका लॉक नहीं खुल सका है।

गुजरात के एक्सपर्ट से पुलिस का संपर्क

सीओ सिविल लाइन डॉ. अनूप सिंह ने बताया फोन के साथ ज्यादा छेड़छाड़ की गई तो वह परमानेंट लॉक हो सककता है। उनका मानना है कि फोन से कुछ जानकारी मिल सकती है। इसलिए फोन का लॉक खोलना बेहद जरूरी हैं। फोन का लॉक खोलने के लिए गुजरात से एक्सपर्ट से संपार्क किया जा रहा है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि जल्द ही फोन का लॉक खुलवा लिया जाएगा । उन्होंने बताया यह मर्डर पुलिस के लिए चेलेंज बन चुका है और पुलिस हत्यारों को गिरफ्तार करके ही दम लेगी।

सीओ सिविल लाइन ने बताया अब तक पुलिस तीन लाइनों पर कार्य कर रही है। सीओ सिविल लाइन ने कहा हत्या के कारणों और तफ्तीश को लेकर आला अधिकारियों की बैठक हो चुकी है जिसमें परेशानियों को ध्यान में रखते हुए व्यवस्था की जा रही है।बाहुबली ऐसे थे जिनकी तूती बोलती थी लेकिन आज समय ऐसा आ गया है कि कोई उनका नाम लेने तक को तैयार नहीं है।

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