Omicron threat in Baghpat: बागपत के स्कूलों में नहीं हो रहा कोरोना गाइडलाइन का पालन, तीसरी लहर को खुला न्योता

Omicron threat in Baghpat बाजारों व अस्पतालों में भीड़ के बीच न शारीरिक दूरी का पालन किया जा रहा न लोग मास्क लगा रहे हैं। यह लापरवाही ओमिक्रान के खतरे को बढ़ा रही है। जिला प्रशासन की सख्ती भी सिर्फ कागजों में है, वहीं स्वास्थ्य विभाग भी कोरोना जांच के नाम पर खानापूर्ति कर रहा है।

Report :  Paras Jain
Published By :  aman
Update: 2021-12-29 03:02 GMT

Omicron threat in Baghpat देश और दुनिया में कोरोबा के नए वेरिएंट 'ओमिक्रान' का खतरा तेजी से बढ़ रहा है। प्रदेश सरकार ने इस खतरे को भांपते हुए रात 11 से सुबह 5 बजे के बीच कर्फ्यू भी लागू कर दिया है। इसके बाद भी बाजारों व अस्पतालों में भीड़ के बीच न शारीरिक दूरी का पालन किया जा रहा न लोग मास्क लगा रहे हैं। यह लापरवाही ओमिक्रान के खतरे को बढ़ा रही है। जिला प्रशासन की सख्ती भी सिर्फ कागजों में है, वहीं स्वास्थ्य विभाग भी कोरोना जांच के नाम पर खानापूर्ति कर रहा है।

लिहाजा जरूरत है पहले से ज्यादा सतर्क रहने की और जितना हो सके इस वायरस को बढ़ने से रोकने की। लेकिन तस्वीरें बताने को काफी हैं कि लोग अब भी अपने स्वास्थ्य को लेकर कितने बेपरवाह हैं। कोई कैमरा देख कर मास्क पहन रहा है तो किसी के कान पर, ठुड्डी पर मास्क खानापूर्ति के लिए लटका हुआ है। लगातार सरकार द्वारा भी अपील की जा रही है कि जहां तक संभव हो, छह गज की दूरी बनाए रखें और मास्क पहनें लेकिन हिदायतों का असर नहीं दिख रहा है।

क्या हैं नियम? 

शिक्षण संस्थानों की बात करें तो माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव ने नई गाइडलाइन जारी की है। इन जारी की गई गाइडलाइन के अनुसार शिक्षण संस्थानों में नियमित रूप से सैनिटाइजिंग, बच्चों की थर्मल स्कैनिंग करने के बाद उन्हें प्रवेश दिया जाएगा। इतना ही नहीं बिना मास्क के कोई भी बच्चा स्कूल नहीं आएगा। स्कूलों में भी पढ़ते समय सभी बच्चे सामाजिक दूरी का पालन करेंगे।

गाइडलाइन का पालन न के बराबर

ऐसे कई से नियम हैं जो इस जारी की गई गाइडलाइन में शामिल है। इसके बावजूद शिक्षण संस्थानों में गाइडलाइन का पालन न के बराबर हो रहा है। ना तो बच्चे मास्क का प्रयोग कर रहे हैं, ना स्कूल में बच्चों की थर्मल स्कैनिंग कराई जा रही है और ना ही बच्चों को बैठाते समय सामाजिक दूरी का पालन किया जा रहा है। एक तरह कहा जा सकता है कि सरकारी आदेशों की शिक्षण संस्थानों में खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। साथ ही, कोरोना की तीसरी लहर को खुला निमंत्रण दिया जा रहा है।

क्या कहना है सरकारी अधिकारी का? 

इस संबंध में एसडीएम सुभाष सिंह का कहना है, कि 'लोगों को जागरूक किया जा रहा है। स्कूलों में टीम भेजकर निरीक्षण भी किया जाएगा। लापरवाही बरतने वालों पर कार्यवाही की जाएगी।'

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