Up News : क्या गुल खिलाएगा जयंत को नरेश टिकैत का आशीर्वाद, पहले चरण की वोटिंग से पहले रालोद का बड़ा सियासी दांव
Up News : रालोद मुखिया जयंत चौधरी (RLD chief Jayant Chaudhary) और भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने की रविवार को मुलाकात।
Up News : पश्चिमी उत्तर प्रदेश (up Latest news) की सियासत में रालोद मुखिया जयंत चौधरी (RLD chief Jayant Chaudhary) और भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत (Bharatiya Kisan Union president Naresh Tikait) की रविवार को हुई मुलाकात की खासी चर्चा हो रही है। 10 फरवरी को होने वाले पहले चरण के मतदान से पहले इस मुलाकात का सियासी मतलब निकाला जा रहा है।
जयंत ने रविवार का पूरा दिन किसानों की राजधानी कही जाने वाली सिसौली (Sisauli) में बिताया। उन्होंने किसान नेता महेंद्र सिंह टिकैत को श्रद्धांजलि (Tribute to farmer leader Mahendra Singh Tikait) देने के साथ ही अनवरत जलने वाली अमर किसान ज्योति पर घी की आहुति दी थी। उन्होंने नरेश टिकैत का आशीर्वाद लेने के साथ दोपहर का भोजन भी उन्हीं के साथ किया।
नरेश टिकैत से आशीर्वाद की तस्वीर को जयंत चौधरी ने की शेयर
रविवार को जयंत चौधरी की टिकैत से हुई इस मुलाकात को बड़ा सियासी दांव माना जा रहा है। उन्होंने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों और जाटों को यह संदेश देने की कोशिश की है कि उन्हें टिकैत परिवार का समर्थन हासिल है। मजे की बात यह है कि नरेश टिकैत से आशीर्वाद की तस्वीर को खुद जयंत ने ही सार्वजनिक किया ताकि इसके जरिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश को बड़ा सियासी संदेश दिया जा सके। इसके पहले भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत भी इशारे में सपा-रालोद गठबंधन का ही समर्थन करने की बात कर चुके हैं।
जयंत ने तस्वीर जारी करके दिया संदेश
दरअसल पहले चरण के मतदान की तारीख नजदीक आने के साथ ही जाट बिरादरी को साधने की जंग और कड़ी हो गई है। 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव और 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा जाटों का समर्थन पाने में कामयाब रही थी मगर पिछले दिनों एक साल तक चले किसान आंदोलन के बाद जाटों और किसानों में नाराजगी की बात निकलकर सामने आई है।
हालांकि भाजपा की ओर से जाटों को साधने के लिए पिछले दिनों केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी जाट नेताओं से मुलाकात की थी मगर जयंत की सिसौली यात्रा का अलग सियासी मतलब निकाला जा रहा है। नरेश टिकैत ने जयंत के सिर पर हाथ रखकर आशीर्वाद दिया है और जयंत ने इस तस्वीर को जारी करके सबको यह बताने की कोशिश की है कि उन्हें टिकैत परिवार का समर्थन हासिल है।
नरेश टिकैत ने पहले मार ली थी पलटी
मौजूदा विधानसभा चुनाव में अभी तक नरेश टिकैत और राकेश टिकैत की ओर से खुलकर सपा और रालोद का समर्थन करने की बात नहीं कही गई है। पिछले दिनों नरेश टिकैत ने सपा-रालोद गठबंधन को समर्थन देने की अपील की थी मगर कुछ देर बाद ही वे सफाई देने में जुट गए थे। नरेश टिकैत की ओर से की गई इस अपील के बाद केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान भी उनके पास पहुंच गए थे और उन्हें मनाने की कोशिश की थी। इसके बाद नरेश टिकैत ने गठबंधन को समर्थन देने की बात वापस ले ली थी।
भारतीय किसान यूनियन के दमदार नेता राकेश टिकैत ने भाजपा को सजा देने की बात तो की है मगर अभी तक वे सपा-रालोद गठबंधन को खुला समर्थन देने की अपील से बचने की कोशिश कर रहे हैं। इसका एक कारण यह भी बताया जा रहा है कि वे खुद को चुनावी राजनीति से दूर दिखाने की कोशिश में लगे हुए हैं। हालांकि जयंत की नरेश टिकैत के साथ तस्वीर जारी होने के बाद कहा जा रहा है कि जो बात टिकैत परिवार खुलकर नहीं कर पा रहा है उसे तस्वीर के जरिए बताने की कोशिश की गई है।
जाटों को बड़ा संदेश देने की कोशिश
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में इस बार सपा-रालोद गठबंधन पूरी मजबूती से चुनाव लड़ रहा है और गठबंधन कृषि कानून के मुद्दे पर किसानों की नाराजगी को भुनाने की कोशिश में जुटा हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा के बाद किसान आंदोलन तो समाप्त हो गया है मगर एमएसपी समेत तमाम मुद्दों पर अभी भी टकराव बना हुआ है।
भाकियू नेता राकेश टिकैत का आरोप है कि मोदी सरकार ने एमएसपी समेत किसानों के हित से जुड़े तमाम मुद्दे लटका रखे हैं। इसी कारण भीतरी तौर पर उनके सपा-रालोद को समर्थन देने की बात कही जा रही है। राकेश टिकैत ने पंजाब में किसान संगठनों के चुनावी राजनीति में कूदने का विरोध किया था। इसलिए वे खुद को चुनावी सियासत से दूर दिखाने की कोशिश में तो जुटे हुए हैं मगर टिकैत परिवार की जयंत चौधरी के साथ जारी तस्वीर से यह संदेश देने की कोशिश की गई है कि परिवार का आशीर्वाद जयंत चौधरी के साथ है। माना जा रहा है कि समर्थन का पश्चिमी उत्तर प्रदेश की सियासत पर बड़ा असर पड़ सकता है।