Moradabad News: जिला महिला अस्पताल की भयानक तस्वीर, निजी अस्पतालों में ऐसे भेजे जाते मरीज

Moradabad News: सरकार और स्वास्थ मंत्री की सजगता को ठेंगा दिखाती मुरादाबाद की स्वास्थ व्यवस्था की भयानक तस्वीर सामने आई है। जिसमें मरीजों को बहाना बना कर निजी अस्पतालों में जाने को मजबूर किया जाता है।

Report :  Sudhir Goyal
Update: 2022-11-14 13:07 GMT

घटना के बारे में बताती महिला (न्यूज नेटवर्क)

Moradabad News: सरकार और स्वास्थ मंत्री की सजगता को ठेंगा दिखाती मुरादाबाद की स्वास्थ व्यवस्था की भयानक तस्वीर सामने आई है। जिसमें मरीजों को बहाना बना कर निजी अस्पतालों में जाने को मजबूर किया जाता है। जिला महिला अस्पताल का एक ऐसा ही वाकया सोमवार को न्यूज ट्रैक के कैमरे में कैद हो गया। गर्भवती महिला छह घंटे तक मुरादाबाद के जिला महिला अस्पताल में घूमती रही, परंतु अस्पताल के किसी भी डॉक्टर और स्टाफ को इस महिला और उसकी बूढ़ी सास पर कोई रहम नहीं आया।

मरीज और तिमारदारों ने सीएमएस तक से कहा लेकिन नतीजा सिफर रहा। बहाना था कि मरीज में वीएलडी कम है जबकि मरीज का हीमोग्लोबिन 8.7 था और महिला की तीसरी संतान होने वाली थी परंतु उक्त महिला अस्पताल में दर्द से तड़पती रही और उसकी एक न सुनी गई। उल्टे अस्पताल स्टाफ अस्पताल परिसर से बाहर निकालने में लगा रहा। ये तो एक बानगी है, मुरादाबाद के जिला महिला अस्पताल की। ऊपर से कुछ और अन्दर से कुछ और का धंधा चल रहा है। गर्भवती महिला और उसके पति की व्यथा को कोई सुनना नहीं चाहता है।

ये तो एक बानगी थी जिला महिला अस्पताल से प्रतिदिन दर्जनों महिलाएं बिना इलाज के लौटा दी जाती हैं। जिनके पास प्राइवेट अस्पतालों में जाकर इलाज कराने के अलावा कोई विकल्प नहीं होता है। यहां इलाज तभी मुमकिन हो पाता है जब ऊपर से किसी बड़े अफसर या मंत्री की सिफारिश हो इसके अलावा जो खुशनसीब भर्ती हो जाती हैं उनसे नर्स से लेकर आया तक पैसा उगाही में लगी रहती हैं। महिलाओं का यह भी कहना है कि अस्पताल में एक संगठित गिरोह काम कर रहा है जिसके जरिये मरीजों को बिना इलाज बैरंग वापस भेजे जाने के एवज में कमीशन दिया जाता है।

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