31 मई से बनने लगेंगे परमानेंट DL, लर्निंग लाइसेंस के लिए करें इंतजार
Driving Licence: राजधानी लखनऊ में स्थाई लाइसेंस बनवाने वाले व्यक्ति तीन शिफ्टों में जा सकते हैं।
लखनऊ: कोरोना महामारी की वजह से हुए लॉकडाउन के कारण उत्तर प्रदेश में सभी जरूरी काम थम से गए थे। मग़र, अब ऐसा लग रहा है कि सभी व्यवस्थाओं ने धीरे-धीरे पटरी पर आना शुरू कर दिया है। जनसंख्या के हिसाब से सबसे बड़े प्रदेश में 31 मई से स्थाई लाइसेंस बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। इस संबंध में प्रदेश के सभी संभागों को आदेश जारी कर दिया गया है। राजधानी लखनऊ में स्थाई लाइसेंस बनवाने वाले व्यक्ति तीन शिफ्टों में जा सकते हैं। वहीं, 30 जून तक लर्निंग लाइसेंस नहीं बनेंगे। तो, 15 जून के बाद नवीनीकरण और डुप्लीकेट लाइसेंस बनवाने का कार्य शुरू हो जाएगा।
प्रति दिन बनेंगे 180 डीएल
कोरोना वायरस की वजह से बंद पड़ा लाइसेंस बनवाने का कार्य 31 मई से बहाल हो जाएगा। राजधानी में ट्रांसपोर्टनगर आरटीओ कार्यालय स्थाई आवेदकों को तीन शिफ्टों में बुलाएगा। पहली शिफ्ट 10:30 से 12:30 बजे, दूसरी 12:30 से 2:30 बजे और तीसरी शिफ्ट 3:00 से 5:00 बजे तक की होगी। जिन व्यक्तियों के स्लॉट बुक हैं, वह तीन शिफ्टों में आरटीओ कार्यालय पहुंचकर प्रक्रिया को अंजाम दे सकते हैं। इन तीन शिफ्टों में प्रति दिन 180 डीएल बनाए जाएंगे।
लर्निंग लाइसेंस 30 जून तक नहीं बनेंगे
परिवहन आयुक्त धीरज साहू ने बताया कि 'सूबे में स्थाई लाइसेंस बनाए जाने का काम 31 मई से शुरू करने के आदेश संभागों को जारी कर दिए हैं। 30 जून के बाद लर्निंग लाइसेंस बनाए जाने का काम नए निर्देशों के तहत किया जाएगा।'
नवीनीकरण और डुप्लीकेट लाइसेंस का काम 15 जून के बाद होगा
एआरटीओ प्रशासन एके द्विवेदी ने कहा कि 'जिनका टाइम स्लॉट निरस्त हुआ है, उन्हें फीस का दोबारा भुगतान नहीं करना पड़ेगा। शारीरिक दूरी के नियमों के साथ आरटीओ कार्यालय में निर्धारित लोगों को ही प्रक्रिया में शामिल होने की अनुमति होगी।' वहीं, नवीनीकरण और डुप्लीकेट लाइसेंस बनवाने के लिए आवेदक 15 जून के बाद स्लॉट बुक कराएंगे। इससे पहले रिनीवल और डुप्लीकेट लाइसेंस बनाए जाने की प्रक्रिया नहीं होगी।