PM Modi in Varanasi: जाने किसानों से जुड़ी ये 10 बातें, जिन पर बोले मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “पिछले कुछ समय से एक अलग ही ट्रेंड देश में देखने को मिल रहा है। पहले होता ये था कि सरकार का कोई फैसला अगर किसी को पसंद नहीं आता था तो उसका विरोध होता था। लेकिन बीते कुछ समय से हम देख रहे हैं कि अब विरोध का आधार फैसला नहीं बल्कि आशंकाओं को बनाया जा रहा है।”

Update:2020-11-30 17:53 IST
PM Modi in Varanasi: जाने किसानों से जुड़ी ये 10 बातें, जिन पर बोले मोदी

वाराणसी: देव दिवाली के शुभ अवसर पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र काशी पहुंचे हुए हैं। इस दौरान पीएम मोदी ने वाराणसी के खजूरी गांव में छह लेन मार्ग चौड़ीकरण का लोकार्पण किया। इस दौरान पीएम मोदी ने अपने संबोधन की शुरूआत “हर हर महादेव” के उद्घोष से किया। पीएम मोदी ने देव दिवाली के शुभ अवसर पर अपने सम्बोधन में कृषि कानून पर जोर दिया। इस संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने कई मुद्दों पर बात की। आइए एक नजर डालते है पीएम मोदी के प्रमुख बिन्दुओं पर...

नए कृषि सुधारों से मिलें नए विकल्प

देश के प्रधानमंत्री ने कहा, “नए कृषि सुधारों से किसानों को नए विकल्प और नए कानूनी संरक्षण दिए गए हैं। पहले मंडी के बाहर हुए लेनदेन ही गैरकानूनी थे। अब छोटा किसान भी, मंडी से बाहर हुए हर सौदे को लेकर कानूनी कार्यवाही कर सकता है। किसान को अब नए विकल्प भी मिले हैं और धोखे से कानूनी संरक्षण भी मिला है।“

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नीतियों और कानूनों पर सरकार को मिला समर्थन

पीएम मोदी ने जन संबोधन में कहा, ‘‘सरकारें नीतियां बनाती हैं, कानून-कायदे बनाती हैं। नीतियों और कानूनों को समर्थन भी मिलता है, तो कुछ सवाल भी स्वभाविक ही है। ये लोकतंत्र का हिस्सा है और भारत में ये जीवंत परंपरा रही है।“

आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “पिछले कुछ समय से एक अलग ही ट्रेंड देश में देखने को मिल रहा है। पहले होता ये था कि सरकार का कोई फैसला अगर किसी को पसंद नहीं आता था तो उसका विरोध होता था। लेकिन बीते कुछ समय से हम देख रहे हैं कि अब विरोध का आधार फैसला नहीं बल्कि आशंकाओं को बनाया जा रहा है।”

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पीएम मोदी ने MSP के मुद्दे पर की बात

वहीं आगे पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, “MSP तो घोषित होता था लेकिन MSP पर खरीद बहुत कम की जाती थी। सालों तक MSP को लेकर छल किया गया। किसानों के नाम पर बड़े-बड़े कर्जमाफी के पैकेज घोषित किए जाते थे। लेकिन छोटे और सीमांत किसानों तक ये पहुंचते ही नहीं थे। यानि कर्ज़माफी को लेकर भी छल किया गया।“

पीएम मोदी ने इतिहास का दिखाया सच का आइना

देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “जब इतिहास छल का रहा हो, तब 2 बातें स्वभाविक हैं। पहली ये कि किसान अगर सरकारों की बातों से कई बार आशंकित रहता है तो उसके पीछे दशकों का इतिहास है। दूसरी ये कि जिन्होंने वादे तोड़े, छल किया, उनके लिए ये झूठ फैलाना मजबूरी बन चुका है कि जो पहले होता था, वही अब भी होने वाला है।“



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यूरिया की कालाबाज़ारी पर लगाई रोक- पीएम मोदी

अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा, ”हमने कहा था कि हम यूरिया की कालाबाज़ारी रोकेंगे और किसान को पर्याप्त यूरिया देंगे। बीते 6 साल में यूरिया की कमी नहीं होने दी। यहां तक कि लॉकडाउन तक में जब हर गतिविधि बंद थी, तब भी दिक्कत नहीं आने दी गई।“

पीएम मोदी ने दाल के गिनाएं दाम

दाल के दामों पर सवाल उठाते हुए पीएम मोदी ने कहा, “सिर्फ दाल की ही बात करें तो 2014 से पहले के 5 सालों में लगभग साढ़े 6 सौ करोड़ रुपए की ही दाल किसान से खरीदी गईं। लेकिन इसके बाद के 5 सालों में हमने लगभग 49 हज़ार करोड़ रुपए की दालें खरीदी हैं यानि लगभग 75 गुणा बढ़ोतरी।"

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