अब तीनों चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति पर सियासत, राज बब्बर बोले- 'ये कमाल का संयोग है'

चुनाव आयोग में यूपी तीन चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति पर सियासत शुरू हो गई है। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद राज बब्बर ने कहा है कि ‘ये भी कमाल का संयोग है'।

Written By :  Rahul Singh Rajpoot
Update:2021-06-10 16:15 IST
कांग्रेस सांसद राज बब्बर, फाइल फोटो, साभार-सोशल मीडिया

चुनाव आयोग में उत्तर प्रदेश के तीन आयुक्तों की नियुक्ति पर अब सियासत शुरू हो गई है। यूपी कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद राज बब्बर ने तीनों चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति पर तंज कसा है। राज बब्बर ने ट्विटर पर लिखा, 'ये भी कमाल का संयोग है। फिलहाल चुनाव आयोग में तीनों चुनाव आयुक्त #यूपी वाले हैं, #UPElection2022,'

राज बब्बर का ये ट्वीट कम शब्दों में पूरी बात कह रहा है कि वह क्या कहना चाहते हैं। दरअसल उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा के चुनाव होने हैं और उससे पहले यूपी में काम कर चुके तीन पूर्व नौकरशाहों की चुनाव आयोग में नियुक्ति पर उन्होंने ये तंज कसा है। चलिए आपको बताते हैं तीनों चुनाव आयुक्त के क्या नाम हैं, और यूपी में उनकी क्या भूमिका रही है।


मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा

12 अप्रैल को मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा के रिटायरमेंट के बाद सुशील चंद्रा को मुख्य चुनाव आयुक्त नियुक्त किया गया था। 2019 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले 14 फरवरी 2019 को उन्हें चुनाव आयुक्त के रूप में नियुक्त किया गया था। इससे पहले वह केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड के अध्यक्ष थे। सुशील चंद्रा कार्यकाल 14 मई 2022 तक रहेगा। वर्ष 1980 में भारतीय राजस्व सेवा (आयकर कैडर) में शामिल होने से पहले वह भारतीय इंजीनियरिंग सेवा में थे। नवंबर 2016 से फरवरी 2019 तक केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड के अध्यक्ष रहे। मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने एलएलबी की पढ़ाई देहरादून से और बीटेक की डिग्री रुड़की से हासिल की है। अफसर के तौर पर उन्होंने उत्तर प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, गुजरात और मुंबई में भी काम किया है।


मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा, फाइल फोटो, सोशल मीडिया

चुनाव आयुक्त राजीव कुमार

1984 बैच के झारखंड कैडर के आइएएस अधिकारी राजीव कुमार पूर्व वित्त सचिव भी रहे हैं। वह उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। 1 सितंबर 2020 को उन्हें चुनाव आयुक्त के पद पर नियुक्त किया गया था। उनके पास करीब तीन दशकों का प्रशासनिक सेवा का अनुभव है। फरवरी 1993 से जून 1996 तक रांची के उपायुक्त रहे। कार्मिक विभाग में विशेष सचिव, प्राथमिक शिक्षा निदेशक और उद्योग निदेशक समेत झारखंड भवन, नई दिल्ली में अतिरिक्त स्थानीय आयुक्त और स्थानीय आयुक्त पद पर रहे। केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के दौरान वर्ष 2012 से उन्होंने वित्त मंत्रालय में संयुक्त सचिव, अतिरिक्त सचिव और विशेष सचिव की जिम्मेदारी निभाई। सितंबर, 2017 से फरवरी, 2020 तक वे केंद्रीय वित्त सचिव के पद पर रहे।

 

चुनाव आयुक्त राजीव कुमार, फाइल फोटो, सोशल मीडिया

चुनाव आयुक्त और यूपी के पूर्व मुख्य सचिव अनूप चंद्र पांडेय

15 फरवरी 1959 को चंडीगढ़ में जन्में 1984 बैच के आईएएस अफसर अनूप चंद्र पांडेय चुनाव आयुक्त नियुक्त किये गये है। अनूप पांडेय यूपी कैडर के सेवानिवृत आईएएस अफसर हैं। 9 जून को नई दिल्ली स्थित निर्वाचन सदन कार्यालय में उन्होंने अपना कार्यभार संभाला है। वर्ष 2018 29 अगस्त 2019 को यूपी के मुख्य सचिव पद से रिटायर हुए थे। अनूप पांडेय कई मंडलों के कमिश्नर और कई जिलों के डीएम भी रहे हैं। उनके पास 37 साल की भारतीय प्रशासनिक सेवा का अनुभव है।

 

चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडेय, फाइल फोटो, साभार-सोशल मीडिया

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