हेलो, मैं प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना कार्यालय से बोल रहा हूं...
‘मैं प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना कार्यालय से बोल रहा हूं, आपने जो फार्म भरा है उसमें कई गलतियां हैं और कई चीजें स्पष्ट नहीं हैं।
नोएडा: ‘मैं प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना कार्यालय से बोल रहा हूं, आपने जो फार्म भरा है उसमें कई गलतियां हैं और कई चीजें स्पष्ट नहीं हैं।
कृपया आप इस योजना के पांच हजार रुपये जल्दी-जल्दी लेने के लिए मुझे कुछ जानकारी उपलब्ध करा दीजिये। आपका पता कंफर्म करना है, कृपया बतायें।
आपका बैंक अकाउंट डिटेल साफ नहीं लिखा हुआ है। कृपया अपने बैंक अकाउंट की डिटेल फिर से बता दीजिए।
‘ जी, हां आपके पास भी आ सकता है इस तरह का फोन।
ये भी पढ़ें...पति चाकू की नोक पर लड़कियों से करता था रेप, पत्नी पोर्न साइट को बेचती थी वीडियो
यह फोन लखनऊ के एसटीडी नंबर 0522........ से किये जा रहे हैं। इधर आपने अपने बैंक अकाउंट की डिटेल बताई,उधर आपके अकाउंट से रकम साफ।
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना और मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय ने इस संबंध में लोगों को आगाह किया है कि वह इन जालसाजों से बच कर रहें और इस तरह किसी को भी अपने बैंक अकाउंट की डिटेल किसी भी सूरत में न दें।
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के जिला कार्यक्रम समन्वयक पारस गुप्ता ने बताया कि उनके यहां से टेलीफोन करके किसी भी लाभार्थी से किसी तरह की कोई जानकारी नहीं ली जाती है।
फोन पर जानकारी लेने का नहीं है प्रावधान
विभाग का एक प्रोसिजर होता है, उसी के तहत काम किया जाता है। सभी काम फार्म के जरिये होता है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पूरे प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना विभाग या सेल से फोन पर जानकारी लेने का प्रावधान नहीं है।
उन्होंने बताया कि इस योजना में सब कुछ निशुल्क है। फार्म भी निशुल्क मिलता है और जमा भी निशुल्क होता है। पारस गुप्ता ने बताया कि आफलाइन प्रोसिस के तहत लाभार्थी से सीधे फार्म आशा कार्यकर्ता भरवाती है, एएनएम उसका वेरिफिकेशन करती हैं।
उसके बाद फार्म प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना सेल में जमा किया जाता है। यदि फार्म में किसी तरह की गलती या कमी होती है तो सेल आशा और एएनएम से बातचीत कर समाधान करते हैं।
ये भी पढ़ें...…तो क्या बंद हो जाएंगे स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के डेबिट कार्ड!
कई बार गलतियां सही कराने के लिए लाभाथीं सीधे भी आ जाते हैं। सेल की ओर से टेलीफान नहीं किया जाता। कोई भी जानकारी कागज के माध्यम से ली जाती है।
अकाउंट संबंधी जानकारी ना करे साझा
उन्होंने बताया कि जनपद में जालसाजों द्वारा फोन कर अकाउंट डिटेल मांगने की कई शिकायतें आ रहीं हैं। उन्होंने कहा कि यदि कोई व्यक्ति टेलीफोन करके प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के संबंध में अकाउंट संबंधी जानकारी मांगे तो उसे कतई जानकारी न दें। उन्होंने कहा कि इस तरह का फोन आने पर 9026304480 अथवा 8882228683 मोबाइल नंबर पर काल करके बताएं।
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में पहली बार गर्भवती होने वाली महिला के खाते में कुल 5000 रुपये पहुंचते हैं। पात्र गर्भवती महिलाओं को पहली किस्त में एक हजार रुपये गर्भ धारण के 150 दिनों के अंदर, दूसरी किस्त में 2000 रुपये180 दिनों के अंदर व तीसरी किस्त में 2000 रुपये प्रसव के बाद व शिशु के प्रथम टीकाकरण चक्र पूरा होने पर मिलते हैं।
महिला के खाते में ट्रांसफर होती है रकम
योजना में गर्भवती महिला का पंजीकरण, जांच और संस्थागत प्रसव होने के बाद ही पूरी धनराशि मिलती है। इन योजनाओं का लाभ लेने के लिए गर्भवतियों को अपना आधार व खाता नंबर देना होता है। योजना की रकम लाभार्थी महिला के खाते में सीधे ट्रांसफर की जाती है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी, अनुराग भार्गव के मुताबिक ‘प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में स्वास्थ्य विभाग की ओर से लाभार्थियों को फोन करके किसी भी तरह की अकाउंट संबंधी जानकारी नहीं मांगी जाती है, यदि किसी लाभार्थी के पास कोई फोन आता है तो वह इस तरह की कोई जानकारी न दें।
ये भी पढ़ें...सलमान खान पर लटकी बैन की तलवार, जानिए क्या है ये पूरा मामला
�