Chitrakoot News : प्रधानों ने गौशाला की शेष धनराशि व सामग्री क्रय करने के लिए भुगतान स्वीकृति कराने की मांग की
Chitrakoot News : प्रधान संघ मऊ के प्रधानों ने बैठक कर जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन उप जिलाधिकारी मऊ को सौंपा जिसमें वर्ष 2022 में लंबित गौशाला संचालन व मनरेगा मद सामग्री भुगतान ना होने पर चर्चा की।
Chitrakoot News : चित्रकूट। काफी बिलंब के बाद खरीफ की बुवाई शुरु हो चुकी है। अभी तक अन्ना गोवंशों को गौशालाओं में संरक्षित नहीं किया गया है। रबी की फसलें कटने के बाद से ही यह गोवंश घूम रहे है। जिला प्रशासन ने आगामी 22 जुलाई से गोवंशों को संरक्षित करने के निर्देश जारी कर दिए है। वहीं किसानों ने भी गोवंशों को संरक्षित न करने पर आंदोलन का ऐलान किया है। इधर प्रधान संघ ने भी पिछले चार माह के भरण-पोषण का भुगतान न होने की वजह से गौशाला संचालन करने से साफ इंकार कर दिया है। देखा जाए तो अन्ना गोवंश पर रार छिड़ चुकी है।
शनिवार को प्रधान संघ की बैठक मऊ ब्लाक सभागार में आयोजित हुई। जिसमें प्रधानों ने गौशाला संचालन से लेकर मनरेगा के कार्यों को कराने के बाद भुगतान में आ रही दिक्कतों पर चर्चा किया। प्रधानों ने एक स्वर में कहा कि ग्राम पंचायतों में प्रधान गौशालाओं का स्थाई तौर पर व्यवस्थित रुप से संचालन करते है। पिछले दिसंबर, जनवरी, फरवर व मार्च माह के भरण-पोषण का भुगतान अभी तक नहीं हुआ है। प्रधानों ने अपनी निजी व्यवस्था से गौशालाओं का संचालन किया है। इधर खरीफ फसलों की बुवाई का समय आ गया है। जिससे गौशालाओं का फिर से संचालन किया जाना है। प्रधानों ने तय किया कि जब तक पिछले चार माह का भुगतान नहीं किया जाता, तब तक वह लोग गौशाला संचालन में असमर्थ है। इसी तरह मनरेगा में सामग्री मद के भुगतान की गंभीर समस्या है। बीडीओ का स्थानांतरण होने की वजह से दिक्कतें है। सामग्री मद का पैसा शासन से आवंटित हो रहा है, लेकिन बीडीओ का डोंगल एक्टिवेट न होने की वजह से भुगतान होना असंभव है। प्रधानों ने बैठक में मौजूद सांसद आरके सिंह पटेल, क्षेत्रीय विधायक अविनाशचंद्र द्विवेदी व एसडीएम मऊ नवदीप शुक्ला को ज्ञापन सौंपा। जिसमें अपनी समस्याओं से अवगत कराते हुए निस्तारण की मांग किया है। इस दौरान प्रधान संघ जिलाध्यक्ष सुनील शुक्ल, मऊ ब्लाक अध्यक्ष प्रभात पांडेय, पूनम सिंह, मीरा देवी, उर्मिला, गोमती, कृष्ण कुमार, ज्ञान सिंह, चुन्नी देवी, राजेन्द्र सिंह, बुद्दीलाल, रचना देवी, शिव कुमारी, कुसुमा देवी, दरबारीलाल आदि मौजूद रहे।