शिवपाल के बेटे आदित्य पहुंचे फिरोज़ाबाद, सपा से गठबंधन पर दिया बड़ा बयान
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव के बेटे प्रसपा के राष्ट्रीय महासचिव आदित्य यादव निजी कार्यक्रम में फिरोज़ाबाद पहुंचे। इस दौरान उन्होंने रामजन्म भूमि मंदिर के चंदा और आगामी चुनाव में सपा से गठबंधन के साथ ही किसान बिल के मुद्दे पर भी बात की।
फिरोज़ाबाद: प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव के बेटे प्रसपा के राष्ट्रीय महासचिव आदित्य यादव निजी कार्यक्रम में फिरोज़ाबाद पहुंचे। इस दौरान उन्होंने रामजन्म भूमि मंदिर के चंदा और आगामी चुनाव में सपा से गठबंधन के साथ ही किसान बिल के मुद्दे पर भी बात की। आईये जानते हैं आदित्य यादव (राष्ट्रीय महासचिव प्रगतिशील समाजबादी पार्टी) से बातचीत के कुछ अंश...
प्रश्न:क्या आप 2022 के चुनाव में समाजवादी पार्टी से गठबंधन करेंगे या अकेले चुनाव लड़ेंगे?
उत्तर: आदित्य यादव.. जहां गठबंधन की बात है तो राष्ट्रीय अध्यक्ष जी ने तय किया है, पहले समाजवादी लोग सब इकट्ठे हों, ऐसा हमारा मानना है बीजेपी विरोधी माहौल जो बन रहा है उसमें सब विपक्ष एक हों।
प्रश्न: राम मंदिर को लेकर घर-घर जाकर रुपए मांगे जा रहे हैं, आपको नहीं लगता कि और अन्य पार्टियां भी इस मुहिम में शामिल हों?
उत्तर: मुझे नहीं लगता, राम मंदिर एक धार्मिक कार्य है, मैं नहीं मानता कि मंदिर बनाने के लिए इस तरह देश भर से पैसे मांगने की जरूरत है। बहुत बड़ी कमेटी है उसके पास पहले से ही बहुत फंड है और जो मुख्यमंत्री हैं उन्होंने कहा था कि हम लोग तो पूरी तरह से प्रयास करेंगे। जो घर-घर जाकर पैसा मांगा जा रहा है उसमें कई जगह पर कई संस्थाएं ऐसी निकल कर आयेंगी जो यह पैसा मंदिर के लिए नहीं अपनी कमेटियों के फायदे के लिए होगा। सरकार को देखना चाहिए कि इस तरह का माहौल बन रहा है। मध्यप्रदेश में जैसी घटना हुई है, जिस तरह यूपी के अंदर जो घटनाएं हो रही हैं पैसों को लेकर, जो पैसा मांगा जा रहा है मंदिर को लेकर इसको ऊपर खास ध्यान देना चाहिए नहीं तो आगे जाकर देश को जोड़ने का नहीं फिर से तोड़ने का काम हो जायेगा।
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प्रश्न: सरकार द्वारा किसान बिल को लेकर डेढ़ साल के लिए उसे आगे बढ़ाने का किसानों को प्रस्ताव दिया है, आप किस नजर से देखते हैं?
उत्तर: देखिए इस को बढ़ाने की बात नहीं है। इसके ऊपर चर्चा होना चाहिए और इसे खारिज करना चाहिए। खारिज करके एक नई कमेटी बनानी चाहिए। सरकार की तरफ से कानून में क्या लाना है इसको लेकर चर्चा हो और किसानों को इसके अंदर शामिल करना चाहिए। यह बिल जो किसानों के लिए बना है जब से यह बिल बनाया गया था इसमें किसानों को हिस्सा नहीं बनाया गया था। अगर आपको फिर से लागू करना है अभी तो यह सिर्फ टालने वाली बात है इस को सिरे से खारिज किया जाए और नई तरीके से इसको बनाया जाए।
किसान हमारे इस देश की रीढ़ की हड्डी है, जो किसान है वही आनाज उगता है, बड़े से बड़ा घर हो या छोटे से छोटा घर हो वही किसान अनाज पहुंचता है। किसान दिल्ली में धरने पर बैठा है सरकार को इसे टालने की जगह तुरंत नये तरीके से बनाना चाहिए और किसान को विश्वास दिलाना चाहिए क्योंकि किसान सरकार से पूरी तरह डरा हुआ है और किसान सरकार को किसान विरोधी बता रहा है।
रिपोर्ट: बृजेश सिंह राठौर, फ़िरोज़ाबाद
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