Prayagraj Mahakumbh: श्रद्धालुओं के लिए रेलवे चलाएगा 800 मेला स्पेशल ट्रेनें, यात्रियों के लिए 2 साल पहले रोडमैप तैयार
Prayagraj Mahakumbh: साल 2025 में होने वाले महाकुंभ में 15 करोड़ से भी अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। तीर्थ यात्रियों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो, यातायात सुविधा के लिए NCR, NER, और NR के 9 स्टेशनों की योजना बनाई गई है। श्रद्धालुओं के लिए रेलवे ने 2 साल पहले ही रोडमैप तैयार कर लिया है।
Prayagraj Mahakumbh: उत्तर प्रदेश में 'संगम नगरी' के नाम से विख्यात प्रयागराज में लगने वाले महाकुंभ (Prayagraj Mahakumbh 2025) की तैयारियां तेज है। कुंभ भले ही 2025 में लगने जा रहा है, लेकिन भारतीय रेलवे (Indian Railways) ने दो साल पहले ही तैयारियां शुरू कर दी। जी हां, रेलवे की योजना है कि इस दौरान महाकुंभ मेले (Maha Kumbh Mela) के लिए 800 मेला स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी। बता दें, ये ट्रेन केवल प्रमुख 'स्नान पर्व' के लिए ही उपलब्ध होंगी।
भारतीय रेलवे से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, 'कुंभ स्पेशल ट्रेन' (Kumbh Special Train) शुरू होने से देश भर से आने वाले श्रद्धालुओं को संगम नगरी प्रयागराज में आने-जाने में सुविधा मिलेगी। रेलवे यात्रियों की सहूलियतों का खास ख्याल रख रही है। हाल ही में महाकुंभ की तैयारियों को लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Railway Minister Ashwini Vaishnav) ने अफसरों के साथ अहम बैठक की। बैठक में रेलवे स्टेशन की व्यवस्था से लेकर ट्रेनों की मौजूदा स्थिति की विस्तार से समीक्षा की गई।
इन स्टेशनों से होगा ट्रेन का संचालन
प्रयागराज में होने वाले 'महाकुंभ 2025' के लिए उत्तर-मध्य रेलवे (North Central Railway) को नोडल बनाया गया है। यह प्रयागराज में उत्तर रेलवे और पूर्वोत्तर रेलवे के स्टेशनों से संचालित होने वाली सुविधा तथा महाकुंभ को लेकर चल रही योजनाओं की निगरानी और अगुवाई भी कर रहा है। प्रयागराज जंक्शन (Prayagraj Junction), सूबेदारगंज (Subedarganj), छिवकी (Chheoki Junction), नैनी (Prayagraj Naini), पूर्वोत्तर रेलवे के राम बाग एवं उत्तर रेलवे के प्रयागराज संगम (Prayagraj Sangam Station), प्रयाग व फाफामऊ रेलवे स्टेशन (Phaphamau Railway Station) से महाकुंभ से संबंधित यात्री सुविधाओं का संचालन किया जाएगा।
महाकुंभ में 15 करोड़ श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना
आपको बता दें, वर्ष 2025 में होने वाले महाकुंभ में 15 करोड़ से भी ज्यादा श्रद्धालुओं के प्रयागराज पहुंचने की संभावना है। तीर्थ यात्रियों को बेहतरीन यातायात सुविधा के लिए NCR, NER और NR के 9 स्टेशनों की योजना बनाई गई है। 837 करोड़ रुपए के बजट से एनआर (Northern Railways), एनसीआर (North Central Railways) और एनपीआर के द्वारा किए जाने वाले आरओबी और आरयूबी का निर्माण किया जाएगा। इन सभी की मंजूरी रेल मंत्रालय (Ministry of Railways) ने दी है। महाकुंभ में भक्तों की भीड़ की अनुमानित संख्या को देखते हुए रेलवे अपनी अलग-अलग टीमें बनाएगा। जिनका काम स्टेशन कैंपस के भीतर और बाहर के वातावरण का अवलोकन करना होगा।
जाने महाकुंभ के दौरान कैसी रहेगी रेलवे की तैयारी?
महाकुंभ को लेकर रेलवे ने बताया कि, दिल्ली कंट्रोल रूम दफ्तर से रेलवे अधिकारी और कर्मचारी ट्रेनों का 24 घंटे निरीक्षण करेंगे। सभी ट्रेनों की लाइव लोकेशन (Live Location of Trains) हर वक्त अपडेट होगी। इसकी रिपोर्ट तैयार होती जाएगी। जिस रेलवे स्टेशन पर श्रद्धालुओं की भीड़ अधिक होगी, वहां 'तत्काल मेला स्पेशल ट्रेन' बनाकर चलाई जाएंगी। ट्रेनों, प्लेटफार्मों तथा स्टेशनों के बाहर मौजूद भीड़ के आंकलन के लिए तकनीकी टीम अलग से काम करेगी। ये टीम पल-पल की रिपोर्ट कंट्रोल रूम को भेजेगी।
अलग-अलग रंग के होंगे शेड
साल 2019 में हुए महाकुंभ के दौरान ड्यूटी पर मौजूद कर्मचारियों के अनुभव का इस्तेमाल महाकुंभ के सफल संचालन के लिए भी किया जाएगा। रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों के रुकने के लिए अलग-अलग रंग के शेड बनेंगे। जहां यात्रियों के लिए सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध होंगी।