Prayagraj News: ये शख्स बैसाखी के सहारे पूरी कर रहा कांवड़ यात्रा, कुछ हफ्ते पहले हुआ था एक्सीडेंट

Prayagraj News: मध्य प्रदेश बॉर्डर से आया एक शख्स बैसाखी के सहारे से पूरी कर रहा है कांवड़ यात्रा

Report :  Syed Raza
Update:2022-08-01 15:19 IST

बैसाखी के सहारे पूरी कर रहा कांवड़ यात्रा (photo: social media )

Prayagraj News: वैसे तो सावन महीने का हर एक दिन अपने आप में एक महत्व रखता है। लेकिन सावन महीने के पड़ने वाले हर सोमवार को इसका विशेष महत्व होता है माना जाता है कि इस दिन जो भी श्रद्धालु गंगाजल लेकर शिव मंदिरों में जलाभिषेक या रुद्राभिषेक करता है, तो उसकी हर मनोकामनाएं पूरी होती हैं। एक तरफ जहां शिवालयों में शिव भक्तों की भीड़ है तो वहीं दूसरी तरफ संगम शहर प्रयागराज के गंगा घाटों पर कावड़ियों का हुजूम देखने को मिल रहा है।

देश के अलग-अलग जिलों के कावड़िए संगम स्नान करने के बाद गंगाजल लेकर अलग-अलग शिव मंदिरों में जा रहे हैं। हर जगह बोल बम की गूंज सुनाई दे रही है । कावड़ियों का कहना है कि 2 साल के बाद कावड़ यात्रा शुरू हुई है, ऐसे में वह काफी उत्साहित हैं। कावड़ यात्रा के दौरान कावड़िए नंगे पैर चलते हैं और कावड़ लेकर अलग-अलग शिव मंदिरों में जाते हैं। चाहे बारिश हो या फिर तेज धूप कावड़िए नंगे पांव पर ही कई किलोमीटर तक का सफर तय करते हैं। कावड़ियों को किसी तरह की समस्या ना हो इसके लिए जिला प्रशासन ने रूट डायवर्सन की व्यवस्था की है साथ ही साथ बड़ी संख्या में पुलिस बल को भी जगह-जगह तैनात किया है।

बैसाखी के सहारे व कावड़ यात्रा (फोटो: सोशल मीडिया )

बैसाखी के सहारे कावड़ यात्रा

उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के बॉर्डर से आए एक कावड़िए का जुनून या कहें कि जोश इतना बरकरार है कि कुछ हफ्ते पहले ही इनका एक्सीडेंट हुआ था लेकिन उसके बावजूद भी बैसाखी के सहारे व कावड़ यात्रा कर रहे हैं। संगम तट के दशाश्वमेध मंदिर के सामने बैसाखी के सहारे चल रहे इस शख्स ने अपने जज्बे को बरकरार रखा है । चलने में असमर्थ है फिर भी सावन के महीने का क्या महत्व है इसके लिए कावड़ यात्रा कर रहे हैं। आपको बता दें 2 साल के बाद शुरू हुई कावड़ यात्रा में देशभर के शिव भक्त अलग-अलग शिवालयों में जाकर के शिव जी की पूजा करते हैं। गौरतलब है कि सरकार ने कावड़ियों का उत्साह बढ़ाने के लिए पुष्प वर्षा की भी शुरुआत कर दी है कई जिलों में हेलीकॉप्टर के द्वारा कावड़ियों पर फूल भी बरसाए जा रहे हैं। इसी महीने की 12 तारीख को सावन महीने का समापन हो रहा है।

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