UP News: निजी विद्यालयों की मांग: कर्मचारियों के लिए बने नियमावली, मंगलवार को बंद रहेंगे प्राइवेट स्कूल
UP News: आजमगढ़ में छात्रा के मौत के बाद एक निजी स्कूल के प्रिंसिपल और एक शिक्षक की गिरफ्तारी के विरोध में प्राइवेट स्कूल संघ ने मोर्चा खोल दिया है। सभी निजी स्कूल (सीबीएसई, आईसीएसई और यूपी बोर्ड) मंगलवार को बंद रहेंगे।
UP News: आजमगढ़ में छात्रा की मौत के बाद एक निजी स्कूल के प्रिंसिपल और एक शिक्षक की गिरफ्तारी के विरोध में प्राइवेट सुकूल संघ नें मोर्चा खोल दिया है। सभी निजी स्कूल (सीबीएसई, आईसीएसई और यूपी बोर्ड) मंगलवार को बंद रहेंगे। यह निर्णय शनिवार को अनएडेड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन (यूपीएसए) एवं एसोसिएशन ऑफ प्राइवेट स्कूल्स, उत्तर प्रदेश की बैठक में लिया गया। विद्यालयों का आरोप है कि सरकार द्वार हर छोटी-छोटी बात पर प्राइवेट स्कूलों को निशाना बनाया जा रहा है।
मीटिंग मे कहा गया है कि अनुशासन को बनाए रखने के लिए थोड़ी सी सख्ती की जानी आवश्यक है। बच्चों द्वारा इस तरह का कदम उठा लिया जाए और प्रिंसिपल और टीचर को या मैनेजमेंट के लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया जाता है। यह उचित नहीं है। क्योंकि हर छोटी-छोटी गल्तियों के लिए अभिभावकों को सूचित नहीं किया जा सकता।
...नहीं तो 15 अगस्त पश्चात अनिश्चितकाल के लिए बंद हो जाएगें स्कूल
निजी विद्यालयों की मांग है कि अभिभावकों के लिए सख्त से सख्त नियमावली और निजी विद्यालयों के कर्मचारियों, शिक्षक-शिक्षिकाओं, प्रधानाचार्य एवं प्रबंध तंत्र के हितों की सुरक्षा के लिए के लिए नियमावली बनाई जाए। यदि उक्त समस्याओं का समाधान जल्दी ही नहीं किया गया तो उत्तर प्रदेश के समस्त निजी विद्यालयों को 15 अगस्त पश्चात अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया जाएगा।
निजी स्कूल संघ ने कहा कि, "क्या विद्यालयों द्वारा हर छोटी बड़ी बात पर पहले पुलिस कर्मियों को सूचना दी जाए और उसके साथ अभिभावकों को बुलाया जाए। क्या इस प्रकार से विद्यालयों का संचालन संभव है? और यदि ऐसा नहीं करते हैं तो उत्पीड़न का आरोप लगता है? ऐसी दोहरी मानसिकता के साथ कैसे संचालन संभव है? कृपया एक बार विचार करिए की वर्षों से कितना आहत होने के बाद इस पत्र को जिसमें विभिन्न प्रकार के बिंदुओं को लिखा गया है आज आपके समक्ष देने की नौबत आ रही है। हम से अच्छे तो वह क्रिमिनलस है जो सब कुछ करते हैं और मौज से घूमते हैं और यहां पर पढ़े-लिखे लोग अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करने की सजा पाते हैं, कितनी विसंगति है !"