PM मोदी 'पूर्वांचल एक्सप्रेसवे' का शिलान्यास करने वाले हैं, जानिए 17 रोचक बातें
लखनऊ : देश में इस समय सिर्फ पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की चर्चा है। हो भी क्यों ना। देश का सबसे लंबा हाइवे जो होगा। यूपी की योगी सरकार लखनऊ से गाजीपुर तक देश का सबसे लंबा एक्सप्रेस वे बनाने जा रही है। इसका शिलान्यास शनिवार को पीएम नरेंद्र मोदी आज़मगढ़ में करने वाले हैं। इस मौके पर हम आपको बता रहे हैं कि ‘पूर्वांचल एक्सप्रेस वे’ क्यों सबसे खास होगा।
ये भी देखें : मुन्ना बजरंगी मर्डर इफ़ेक्ट: गैंगवार की आशंका, माफियाओं संग STF भी एलर्ट पर
353 किमी लंबी रोड परियोजना
353 किमी लंबी रोड परियोजना की लागत लगभग 25 हजार करोड़ आने का अनुमान। ये एक्सप्रेस वे लखनऊ, बाराबंकी, फैजाबाद, अंबेडकरनगर, अमेठी, सुल्तानपुर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर से होकर गुजरेगा।
मिलेगी जाम से मुक्ति
एक्सप्रेसवे जिलों में आने वाले बड़े बाजारों के नजदीक से गुजरेगा न कि उनके बीच से।
8 लेन तक बढ़ाया जा सकता है
इस एक्सप्रेस वे को आरंभ में 6 लेन का बनाया जाएगा, जिसे बाद में 8 लेन तक बढ़ाया जा सकता है।
ये भी देखें :Yogesh Mishra Special- “महाशक्ति बनने के लिए काम करने की आदत ड़ालनी होगी”
जानिए क्या है खास
- एक्सप्रेसवे लखनऊ से गाजीपुर तक बनेगा।
2. लगभग 353 किमी लंबा होगा एक्सप्रेसवे।
3. लखनऊ के चंदसराय गांव से शुरू होगा एक्सप्रेसवे और गाजीपुर के हैदरिया गांव तक बनेगा।
4. एक्सप्रेसवे बनने के बाद लखनऊ से गाजीपुर की यात्रा सिर्फ साढ़े 4-5 घंटे में पूरी होगी।
5. लखनऊ, बाराबंकी, फैज़ाबाद, अंबेडकरनगर, अमेठी, सुल्तानपुर, आज़मगढ़, मऊ और गाजीपुर से होकर गुजरेगा।
6. टोटल एक्सेस कंट्रोल्ड एक्सप्रेसवे।
7. एक्सप्रेस वे में आजमगढ़ से गोरखपुर के लिए नया लिंक एक्सप्रेस वे बनाया जाएगा, जो कि लगभग 100 किमी का लिंक एक्सप्रेस वे होगा।
8. परियोजना को 8 पैकेजों में विभाजित करने का प्रस्ताव है।
9. एक्सप्रेसवे को वाराणसी से एक अलग लिंक से जोड़ा जाना प्रास्तावित है।
10. अभियंत्रण, प्रोक्योरमेंट और निर्माण (ईपीसी) पर परियोजना को कार्यान्वयन किया गया है।
11. पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के निर्माण के साथ ही प्रदेश के पूर्वी शहर प्रदेश की राजधानी के साथ-साथ अन्य एक्सप्रेसवे के माध्यम से देश की राजधानी से भी जुड़ जाएंगे, जिससे पूर्वांचल के शहरों से ट्रांसपोर्ट में काफी हद तक सुविधा मिल सकेगी। यह एक्सप्रेसवे वर्तमान के 'आगरा से लखनऊ एक्सप्रेसवे' और मौजूदा 'यमुना एक्सप्रेसवे' से भी जुड़ जाएगा।
12. एक्सेस कंट्रोल्ड एक्सप्रेसवे होने के कारण, यह ईंधन बचत, समय बचत और प्रदूषण नियंत्रण में मदद करेगा और साथ ही इससे दुर्घटनाएं होने के आसार भी कम हो जाएंगे।
13. इस एक्सप्रेसवे द्वारा आच्छादित क्षेत्रों को सामाजिक और आर्थिक रूप से विकसित होने में भी मदद मिलेगी। इसके साथ ही कृषि, वाणिज्य, पर्यटन और अन्य औद्योगिक विकास को भी काफी प्रोत्साहन मिलेगा।
14. एक्सप्रेसवे के नजदीकी क्षेत्रों में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, शैक्षिक संस्थान, स्वास्थ्य संस्थान, नए शहर और विभिन्न वाणिज्यिक केंद्रों को स्थापित किया जा सकता है, जिसके परिणामस्वरूप कई क्षेत्रों में रोजगार के अवसर और बढ़ जाएंगे। इसके अतिरिक्त प्रदेश के आर्थिक/सामाजिक विकास को भी काफी हद तक प्रोत्साहन मिलेगा।
15. क्षेत्र के कृषि, वाणिज्यिक, पर्यटन और औद्योगिक विकास में एक्सप्रेसवे का निर्माण मील का पत्थर साबित होगा।
16. प्रस्तावित पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, मौजूदा आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे से जुड़ जाने के फलस्वरूप यह एक्सप्रेसवे पूर्वांचली शहरो के आद्यौगिक विकास का प्रवेश द्वार साबित होगा, जिससे पश्चिमी शहरों से ट्रांसपोर्ट कनेक्टिविटी में काफी मदद मिलेगी, जिसके परिणामस्वरूप परियोजना से जुड़े शहरों का सर्वागींण विकास होगा।
17. प्रति किमी एक्सप्रेस वे के निर्माण में करीब 70 करोड़ रुपए का खर्च आएगा