Ballia News: बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने पहुंचे अनिल राजभर, पीड़ितों से छुड़ाया पीछा
Ballia News: बलिया में गंगा नदी में आई बाढ़ को लेकर आज यूपी सरकार के मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री अनिल राजभर ने बैरिया तहसील क्षेत्र का दौरा किया।
Ballia News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बलिया (Ballia) जिले में गंगा नदी में आई बाढ़ को लेकर आज यूपी सरकार के मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री अनिल राजभर ने बैरिया तहसील क्षेत्र का दौरा किया। और बाढ़ प्रभावित इलाकों का निरीक्षण किया। मंत्री के निरीक्षण के दौरान बाढ़ प्रभावित इलाके के लोगों ने मंत्री को घेर कर अपनी समस्याओं को बताया। जिसको लेकर मंत्री ने किसी तरह प्राकृतिक आपदा के हवाला दे कर वैकल्पिक व्यवस्था करने की बात कह कर पीड़ितों से अपना पीछा छुड़ाया।
उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री एवं बलिया जनपद के प्रभारी मंत्री अनिल राजभर की बैरिया तहसील क्षेत्रों के बाढ़ प्रभावित गांवों के पीड़ितों द्वारा मंत्री को घेर कर अपनी समस्याएं बताने की तस्वीरें बाढ़ प्रभावित इलाकों के दौरे के दौरान की है। जहां स्थानीय लोगों में प्रभारी मंत्री से व्यवस्था में भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि यहां बाढ़ पीड़ितों के साथ दो तरह की व्यवस्था की गई है।
स्थानीय लोगों ने कहा 4 दिन से अंधेरे में हैं हम लोग
स्थानीय लोगों ने आगे कहा कि बंधे पर रह रहे लोगों के लिए जनरेटर की व्यवस्था की गई है। लेकिन जो लोग गांव में घर के अंदर हैं। उनके लिए कोई सरकारी व्यवस्था नहीं है। 4 दिन से हम लोग अंधेरे में है। ये दो तरह की व्यवस्था है। अधिकारी कहते हैं मिट्टी तेल सप्लाई की व्यवस्था कहीं नहीं है।
मंत्री अनिल राजभर प्राकृतिक आपदा का दिया हवाला
वहीं ग्रामीणों के बीच फंसे मंत्री अनिल राजभर ने प्राकृतिक आपदा का हवाला देते हुए कहा कि क्या हो सकता है। इसका विकल्प देख रहे हैं। जो हो सकता है वह हम करेंगे। पीड़ित छोटू कुमार गुप्ता की मानें तो पूरी आबादी अंधेरे में है। 5 दिन से बिजली नहीं है। कोई बिजली पानी की व्यवस्था नहीं है। अभी तक शासन प्रशासन की तरफ से कोई मदद नहीं मिली है। हम लोग अंधेरे में रह रहे हैं। कोई व्यवस्था नहीं है।
मंत्री अनिल राजभर ने कहा सरकार पूरी तरह सजग
वहीं मीडिया से बात करते हुए मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि सरकार पूरी तरह से सजग है। किसी तरह की परिस्थिति का सामना करने के लिए बाढ़ चाहे जैसी भी चुनौती खड़ी करें। उससे प्रशासन और संगठन के लोग मिलकर लड़ रहे हैं। जनता के जानमाल की सुरक्षा हमारे लिए प्राथमिकता है। जनता को कोई परेशानी नहीं आने देंगे बड़ा खतरा है।
हम बिजली की आपूर्ति कर नहीं सकते खतरे की वजह से बिजली काटी गई है। लेकिन मिट्टी तेल और जनरेटर की व्यवस्था करने के विकल्प पर विचार कर रहे हैं।