भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्लाह खां की नातिन के साथ गैंगरेप, खुलेआम घूम रहे आरोपी
भारत रत्न मशहूर शहनाई वादक बिस्मिल्लाह खाँ की नातिन गत वर्ष 2019 में गैंगरेप शिकार हो गयी थी, जिसे अब तक सूबे के सीएम योगी का प्रशासन न्याय नहीं दिलवा सका है।
लखनऊ: भारत रत्न मशहूर शहनाई वादक बिस्मिल्लाह खाँ की नातिन गत वर्ष 2019 में गैंगरेप शिकार हो गयी थी, जिसे अब तक सूबे के सीएम योगी का प्रशासन न्याय नहीं दिलवा सका है। यह सनसनीखेज घटना सूबे जौनपुर जनपद की सदर कोतवाली के मुफ़्ती मोहल्ले की है।
पीड़िता के साथ गत 2019 में गैंगरेप की घटना को अंजाम देने वाले बांदा जेल में बंद पूर्वांचल के माफिया मुख्तार अंसारी के चारो गुर्गे हैं, जिनके नाम हसन जमाल, हसन कमाल, हसन फराज व हसन जहिद हैं। भारत रत्न शहनाई वादक बिस्मिल्लाह खान की नातिन पिछले माह भी सूबे की राजधानी लखनऊ में सीएम योगी व डीजीपी मुकुल गोयल से मिलने आयी थी, लेकिन तब उसकी मुलाकात सीएम योगी से नहीं हो सकी थी।
हालांकि एडीजी एल ओ प्रशांत कुमार से उसने मुलाकात कर उसने गैंग रेप के आरोपियों को शीध्र गिरफ्तारी की मांग की थी। एडीजी एल ओ ने पीड़िता का शिकायती पत्र लेकर उसे तत्काल न्याय दिलाने का आश्वसन दिया था। उसके बाद भी इस गैंगरेप के प्रकरण पर जौनपुर की सदर कोतवाली पुलिस ने अब तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं की है।
बताया जा रहा है कि मशहूर शहनाई वादक बिस्मिल्लाह खां की नातिन के साथ गैंगरेप की घटना को दो साल पूर्व अंजाम देने वाले चारों रेपिस्ट के खिलाफ अदालत ने नॉन बेलेबिल वारंट भी जारी कर दिए हैं। उसके बाद भी चारों रेपिस्ट खुले आम सड़को पर घूम रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि चारों रेपिस्ट माफिया मुख्तार अंसारी के गुर्गे होंने के कारण जौनपुर की सदर कोतवाली पुलिस इनके दवाब में है।
वहीं पीड़िता ने बताया है कि उसकव साथ गैंगरेप की घटना को अंजाम देने वाले चारों आरोपियों पर जौनपुर पुलिस का खुला संरक्षण भी है। अब सवाल यह है कि इस मसले पर अखिर जौनपुर इतनी लापरवाही क्यो बरत रही है। आज इस घटना को तीन साल होने जा रहे हैं। उसके बाद भी अब तक जौनपुर पुलिस इन चारों रेपिस्ट को गिरफ्तार करने में हीलाहवाली क्यों कर रही है?