मुख्तार के गुर्गों पर योगी सरकार का शिकंजा, कोयला माफिया उमेश सिंह की 10 करोड़ की संपत्ति सीज
माफिया मुख्तार अंसारी के खास कोयला माफिया (coal mafia) ठेकेदार उमेश सिंह की काली सम्पत्तियों की सल्तनत पर मऊ प्रशासन (Mau Administration) का बुलडोज़र चल गया है। उसके शॉपिंग मॉल (Shopping Mall) को ध्वस्त कर उस जगह को प्रशासन ने सीज कर दिया है।
मऊ: कहते है जैसी आपकी संगत होती है ठीक उसी तरह का व्यवहार यह समाज व सरकार भी आपके साथ करती है। बस अब कुछ ऐसा की घट रहा है माफिया मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari ) से दोस्ती रखने वालों के साथ। इस माफिया के टेरर के दम पर कल जिन लोगों ने बेतहाशा कमाई की है वे ही अब बाबा जी की सरकार के निशाने पर हैं।
बाँदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी के खास नवरत्नों में शुमार कोयला माफिया (coal mafia) ठेकेदार उमेश सिंह की काली सम्पत्तियों की सल्तनत पर मऊ प्रशासन (Mau Administration) का बुलडोज़र चल गया है। उसके शॉपिंग मॉल (Shopping Mall) को ध्वस्त कर उस जगह को प्रशासन ने सीज कर दिया है। उसके इस शॉपिंग मॉल की कीमत 10 करोड़ रुपये आंकी जा रही है। यह कार्रवाई मऊ नगर मजिस्ट्रेट के आदेश पर की गई है।
बता दें कि मऊ नगर मजिस्ट्रेट की न्यायालय में सरकार बनाम उमेश सिंह , अजय सिंह, विजय सिंह, विनय सिंह के खिलाफ एक वाद दायर था। जिसमें यह आरोप था कि नामजद लोगों ने कोतवाली स्थित भीटी त्रिदेव कंस्ट्रक्शन के तहत एक मॉल सिटी मेगा मार्ट के नाम से अवैध रूप से संचालित है। जिसका निर्माण नियमों के विरुद्ध किया गया है। इस मामले में सुनवाई करते हुए कल शुक्रवार को इस माल के ध्वस्तीकरण के आदेश दे दिए थे। ग़ौरतलब है कि माफिया मुख्तार अंसारी के इस गुर्गे उमेश की बीते वर्ष अक्टूबर माह में भी प्रशासन ने करोड़ो रूपये की सम्पत्ति सीज की थी।
इन विभागों में चलती रही मुख्तार की माफियागिरी
आइये इस बात पर भी आज नजर डालते हैं कि सूबे में योगी सरकार (Yogi Government) के काबिज होने से पहले तक बांदा जेल (Banda Jail) ने बन्द माफिया डॉन मुख्तार अंसारी का किन किन विभागों में सिक्का चलता था। सूबे के पीडब्ल्यूडी, जिला पंचायत, आर आई एस, रेलवे विभाग व खनन विभाग में माफिया मुख्तार का सिक्का चलता रहा है। इन विभागों से उठने वाले ज्यादातर ठेकों पर मुख्तार व उसके गुर्गों का ही कब्जा रहता था। लेकिन अब सूबे में योगी सरकार के काबिज होने के बाद से इस माफ़िया व उसके गिरोह से जुड़े सफेदपोशों की उल्टी गिनती शुरू हो गयी है। सरकार अब ऐसे लोगों की एक एक अवैध सम्पत्तियों की जांच करवा रही है। निकट भविष्य में इस माफिया के गैंग से जुड़े कई अन्य सफेदपोशों की अवैध सम्पत्तियां सीज की जाएंगी।
माफिया मुख्तार व उसके गैंग से जुड़े लोगों की सीज की गईं अवैध सम्पत्तियां
मऊ प्रशासन ने दक्षिणटोला के दशई पोखर के पास मुख्तार के बेटों अब्बास अंसारी व उमर अंसारी के नाम पर दर्ज 8880 वर्ग मीटर क्षेत्र में फैली अवैध सम्पत्ति को सीज किया,जिसकी कीमत 24 करोड़ प्रशासन ने आंकी है।
अब तक माफिया मुख्तार से जुड़े लगभग 224 सफेदपोशों के खिलाफ कड़ी कार्रवाही शासन ने की है।इन लोगों के द्वारा काली कमाई से अर्जित की गई 194.82 करोड़ रुपये की चल अचल संपत्ति अब तक जब्त की गई है।
मुख्तार के गुर्गों व करीबियों के खिलाफ विभिन्न थानों में अब तक 102 मुकद्दमे दर्ज किए गए हैं, जिनमें 158 की गिरफ्तारी की जा चुकी है।
माफिया मुख्तार के गुर्गों में 56 लोगों पर गैंगस्टर,52 इनामी गिरफ्तार,13 शस्त्र लाइसेंस निरस्त,76 लोगों पर गुंडा एक्ट, 68 लाख के नगरपालिका स्टैंड के टेंडर निरस्त व छह ठेकेदारों के चरित्र प्रमाण पत्र निरस्त किये जा चुके हैं।