Raebareli News: गौवंशों की मौत के मामले में पशु चिकित्साधिकारी, BDO, VDO व प्रधान पर मुकदमा
Raebareli News: मामला जगतपुर ब्लॉक के धूता गांव का है। यहाँ सरकारी खर्च पर संचालित अस्थाई गौशाला में बीती 24- 25 जनवरी को लगभग दो सौ पचास गौवंशों की भीषण ठण्ड के चलते ठिठुरकर मौत हो गई थी।
Raebareli News: जनपद के धूता गांव में बीती सर्दियों के दौरान दो सौ से ज़्यादा गौवंशों की ठिठुरकर हुई मौत मामले में कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज हुआ है। कोर्ट के आदेश पर दर्ज हुए इस मुक़दमे में पशु चिकित्साधिकारी, बीडीओ, वीडीओ और ग्राम प्रधान समेत चार पांच अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया है। आरोप है कि इनमें से कुछ लोग गौवंशों की दर्दनाक मौत के ज़िम्मेदार हैं तो कुछ गौवंशों की मौत के बाद गौवंशों को असम्मानजनक तरीके से निस्तारित करने के आरोपी हैं।
मामला जगतपुर ब्लॉक के धूता गांव का है। यहाँ सरकारी खर्च पर संचालित अस्थाई गौशाला में बीती 24- 25 जनवरी को लगभग दो सौ पचास गौवंशों की भीषण ठण्ड के चलते ठिठुरकर मौत हो गई थी। आरोप है कि इन गौवंशों की मौत को छिपाने के लिए धूता ग्राम प्रधान बलराम यादव ने चुपचाप इनकी खालें असम्मानजनक तरीके से उतरवाईं और बिना पोस्टमार्टम के ही उन्हें गड्ढा खोद कर निस्तारित करा दिया।
गौवंशों के निस्तारण के समय कुछ ग्रामीणों ने यह कृत्य देख कर ज़िम्मेदार अधिकारियों को सूचित किया। आरोप है कि ग्राम प्रधान बलराम यादव के रसूख के चलते इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई। ग्रामीणों ने जिला स्तरीय अधिकारियों तक से शिकायत की, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। अंत में थक हारकर ग्रामीणों ने कोर्ट का सहारा लिया जिसके जिसके आदेश पर गौशाला संचालन समिति के ज़िम्मेदारों, ग्राम प्रधान, वीडीओ, बीडीओ, पशु चिकित्साधिकारी समेत असम्मानजनक तरीके से गौवंशों को निस्तारित कर रहे चार - पांच अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। इस मामले में शिकायतकर्ता उमानाथ सिंह थे। जिन्होंने इस मामले में साहस दिखाया और पूरी लड़ाई लड़ी। जबकि सुरेन्द्र बहादुर आरोपियों द्वारा गौवंशों के असम्मानजनक तरीके से निस्तारण के चश्मदीद रहे।