Raebareli News: फर्जी जन्म प्रमाणपत्र बनाने के मामले में रायबरेली पहुंची NIA, CMO से पूछताछ
Raebareli News: NIA ने सीएमओ डॉक्टर वीरेंद्र सिंह से फर्जी जन्म प्रमाण पत्र मामले की जानकारी जुटाई। बेंगलुरू के दो सदस्यीय टीम साक्ष्य जुटा रही है।
Raebareli News: फर्जी जन्म प्रमाणपत्र मामले में एनआईए की टीम रायबरेली पहुंची है। टीम ने सीएमओ डॉक्टर वीरेंद्र सिंह से फर्जी जन्म प्रमाण पत्र मामले में पूछताछ कर जानकारी जुटाई। रायबरेली के सलोन से जाकिर का फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बना था। फ़र्ज़ी जन्म जन्म प्रमाणपत्र मामले में चौकाने वाली जांच रिपोर्ट सामने आई है। यहां अब तक कुल बने 19 हज़ार 7 सौ 75 ऑनलाइन जन्म प्रमाणपत्रों में से केवल 230 ही सही मिले हैं। बाकी बचे हुए 19 हज़ार 5 सौ 45 जन्म और मृत्यु प्रमाणपत्र फ़र्ज़ी पाए गए हैं। यह सभी जन्म प्रमाणपत्र यहाँ के सलोन ब्लॉक स्थित छह ग्राम सभाओं में बनाये गए हैं।
फर्जी जन्म प्रमाणपत्र बनाने का मामला
बता दें कि दो महीने पहले सलोन ब्लॉक में फ़र्ज़ी जन्म प्रमाणपत्र बनाये जाने का मामला सामने आया था। इस मामले में सभी जन्म प्रमाणपत्र यहां स्थित सहज जनसेवा केंद्र से जारी हुए थे। बाद में सामने आया था कि जनसेवा केंद्र संचालक ज़ीशान और उसका पिता रियाज़ ग्राम विकास अधिकारी की आई डी पासवर्ड चुराकर फ़र्ज़ी जन्म प्रमाणपत्र जारी करते थे। इस मामले में वीडीओ जीतेन्द्र सिंह यादव ने सलोन थाने में तहरीर भी दी थी कि उसका आई डी पासवर्ड चोरी होकर उससे फ़र्ज़ी जन्म प्रमाणपत्र जारी किये गये हैं।
एटीएस कर रही है जांच
इस मामले में शासन के निर्देश पर एटीएस जांच करने पहुंची तो जीतेन्द्र यादव की ज़ीशान के साथ मिली भगत सामने आयी थी। इसके बाद ही वीडीओ जीतेन्द्र सिंह समेत ज़ीशान और पिता रियाज़ को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस की जांच में सामने आया था कि सलोन ब्लॉक में छह ग्राम सभाओं में 19 हज़ार से ज़्यादा ऐसे फ़र्ज़ी जन्म प्रमाणपत्र बना दिये गये जिनका इन गांवों से कभी कोई सम्बन्ध ही नहीं रहा। फिलहाल इस मामले में सीडीओ की जांच रिपोर्ट में 19 हज़ार सात सौ 75 फ़र्ज़ी जन्म प्रमाणपत्र बनाये जाने की पुष्टि के बाद एटीएस इस मामले में जांच तेज़ करेगी कि कहीं देश विरोधी गतिविधियों से जुड़े लोगों ने तो फ़र्ज़ी जन्म प्रमाणपत्र नहीं बनवा लिए हैं।