रामलाल राही की मौत: कोरोना नहीं हार्ट अटैक से गई जान, CMS ने दिया स्पष्टीकरण
पूर्व केंद्रीय ग्रह राज्य मंत्री रामलाल राही की मौत कोरोना के कारण नहीं हुई थी, उनकी मौत हार्ट अटैक से हुई थी। यह स्पष्टीकरण जिला अस्पताल के सीएमएस अनिल अग्रवाल ने मंगलवार को लिखित रूप से दिया है।
सीतापुर: पूर्व केंद्रीय ग्रह राज्य मंत्री रामलाल राही की मौत कोरोना के कारण नहीं हुई थी, उनकी मौत हार्ट अटैक से हुई थी। यह स्पष्टीकरण जिला अस्पताल के सीएमएस अनिल अग्रवाल ने मंगलवार को लिखित रूप से दिया है। सीएमएस ने यह भी स्पष्ट किया है कि चूंकि श्री राही के कोरोना नहीं था, इस कारण उनके संपर्क में आए परिवारीजन अथवा अंतिम यात्रा के दौरान परिवारीजनों के संपर्क में आए किसी के भी कोरोना होने की संभावना नहीं है। सीएमएस ने यह स्पष्टीकरण चार दिन बाद जारी किया है।
अंतिम यात्रा में शामिल हुए थे सैकडों लोग
86 वर्षीय रामलाल राही की मौत पिछले गुरूवार को हो गई थी। वे विभिन्न बीमारियों से ग्रसित थे। गुरूवार को खांसी आने के साथ ही खून निकलने की शिकायत पर उन्हें जिला अस्पताल में भी भर्ती कराया गया था। यहीं पर प्रारंभिक जांच में कोरोना के लक्षण होने की बात खुद सीएमएस ने कही थी। इसी कारण राही को कोरोना वार्ड में भर्ती कराया गया था। उनके पुत्र रमेश राही और सुरेश राही पिता को लखनउ ले जाने की तैयारी कर रहे थे लेकिन शाम करीब पांच बजे मौत हो गई। हालांकि सीएमएस ने राही की मौत उस दिन भी हार्ट अटैक से होने की बात कही थी।
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सीएमएस के बयान से ही उठा विवाद
बहरहाल, अगले दिन उनका पार्थिव शरीर जेल रोड स्थित आवास पर रखा गया। श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों का तांता लगा रहा। हजारों लोगों ने अंतिम यात्रा में सिरकत की। गोपाल घाट पर अंतिम संस्कार किया गया था। इस बीच मीडिया में खबरें चल गईं कि राही की मौत कोरोना के कारण हुई। इसके चलते राही के परिजन और परिजनों के संपर्क में आए लोगों में कोरोना को लेकर भय था।
कल ही स्वर्गीय राही के पुत्र भाजपा विधायक सुरेश राही ने सीएमएस पर पिता के इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया था कि अस्पताल में चादरविहीन बेड पर पिता को लिटाया गया था। शौचालय गंदा था। कोई भी इंतजाम नहीं था। इसी कारण मौत हो गई। विधायक ने इस मामले की शिकायत मुख्यमंत्री से करने की बात कही थी। इसके चलते आज सीएमएस की ओर से स्पष्टीकरण जारी किया गया। उन्हें कहा, रामलाल राही की मौत कोरोना से नहीं हुई है, उन्हें अचानक हार्ट अटैक पडा था, जिससे मौत हुई है।
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हास्यास्पद है कोरोना न होने का दावा
बताया जा रहा है कि सीएमएस ने राही और उनके संपर्क में आए लोगों को कोरोना से भयमुक्त करने के लिए बयान जारी किया है। जबकि कल ही उन्होंने मीडिया को बताया था कि अस्पताल में रामलाल राही की जांच की गई थी तो कोरोना वायरस का प्रतिशत बुहत कम था, जिससे संक्रमण फैलने की संभावना नहीं थीं। सीएमएस का यह बयान भी बडा बेतुका रहा।
यह पहली बार सुनने में आया कि कोरोना वायरस कम प्रतिशत में है तो उससे संक्रमण दूसरों को नहीं होगा। यह बेहद हास्यास्पद है। इतना ही नहीं, आज जो बयान जारी किया है उसमें तो उन्होंने इस बात का दावा किया है कि राही के परिवार के संपर्क में आए लोगों के कोरोना होने की संभावना नहीं है। आखिर, वे किस आधार पर यह कह सकते हैं कि संपर्क में आए लोगों के कोरोना नहीं होगा। जबकि महामारी एक्ट प्रभावी है। अंतिम यात्रा में हजारों लोगों के शामिल होने पर किसने छूट दी।