वाराणसी: गांजे की अब तक की सबसे बड़ी रिकवरी, नक्सलियों से जुड़े तस्करों के तार
राजस्व आसूचना निदेशालय की टीम ने वाराणसी में तस्करों के कब्जे से 38.5 क्विंटल गांजे की बरामदगी की है। माना जा रहा है कि ये अब तक की सबसे बड़ी रिकवरी है। इंटरनेशनल मार्केट में बरामद गांजे की कीमत लगभग 5.75 करोड़ रुपए बताई जा रही है।
वाराणसी: ड्रग्स तस्करों के खिलाफ बनारस में बड़ी कार्रवाई की गई है। राजस्व आसूचना निदेशालय की टीम ने वाराणसी में तस्करों के कब्जे से 38.5 क्विंटल गांजे की बरामदगी की है। माना जा रहा है कि ये अब तक की सबसे बड़ी रिकवरी है। इंटरनेशनल मार्केट में बरामद गांजे की कीमत लगभग 5.75 करोड़ रुपए बताई जा रही है। खबरों के मुताबिक पकड़े गए तस्करों के तार नक्सलियों से हैं। गांजे से मिलने वाली रकम का इस्तेमाल नक्सली गतिविधियों में किया जाता था।
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तस्करों ने ट्रक में भरा गांजा
वाराणसी डिवीजन की डीआरआई टीम को इस बात की सूचना मिली थी कि गांजे से भरा एक ट्रक जौनपुर की ओर जाने वाला है। सूचना मिलते ही डीआरआई टीम ने राजातालाब इलाके में जाल बिछा दिया। इसी बीच एक ट्रक जिसका नंबर AP05W 8699 को रोककर तलाशी ली गई उसमें लगभग 38.5 कुंतल गांजा बरामद हुआ। डीआरआई टीम के मुताबिक अब तक की सबसे बड़ी बरामदगी है l गांजे की खेप जौनपुर के मुंगरा बादशाहपुर जा रही थी।
पशु आहार की बोरियों में भरा था गांजा
गांजा ट्रक में पशु आहार की बोरियों के नीचे छिपा कर रखा गया था। दोनों तस्करों को गिरफ्तार कर बुधवार को कोर्ट में पेश किया गया जहां उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया। इन तस्करों के संबंध उड़ीसा आंध्र प्रदेश के नक्सल एरिया में रहने वाले तस्करों से हैं जो गांजे की सप्लाई पूरे देश में करते हैं। गांजे से होने वाली कमाई का इस्तेमाल नक्सल गतिविधियों में करते हैं। इस संबंध में जौनपुर के रहने वाले गांजा तस्करों की खोजबीन शुरू कर दी गई है। जल्द ही सभी को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा। सूत्रों की माने तो इसमें इलाहाबाद और जौनपुर के कुछ सफेदपोश लोगो का भी हाथ है।
रिपोर्ट: आशुतोष सिंह
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