Indians Return Afghanistan: अफगानिस्तान में फंसे यूपी के लाल, वतन वापसी के लिए PM मोदी से गुहार
Indians Return Afghanistan: काबुल में फंसे भारत के हज़ारों कामगारों की वापसी की मांग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से की है। यहां बुलंदशहर और शाहजहांपुर के बेटे फंसे हुए हैं।
Indians Return Afghanistan: अफगानिस्तान में तालिबान के कहर से पूरी दुनिया में हाहाकार मची हुई हैं। काबुल में फंसे भारत के हज़ारों कामगारों की वापसी की मांग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से की है। यहां बुलंदशहर और शाहजहांपुर के बेटे फंसे हुए हैं। इन बेटों की सलामती के लिए लगातार दुआएं की जा रही हैं।
बुलंदशहर के सतपाल की वतन वापसी के लिये जहां उसके परिजन मंदिर में पूजा अर्चना कर रहे है। वही प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से सतपाल को सकुशल वतन वापस लाने की गुहार लगा रहे है। अफगानिस्तान में दुनिया भर के अलग अलग देशों के लाखों लोग काम करने गये थे, मगर हालात बदल तो दूसरे देशों के कामगार लोग अफगानिस्तान में फंस गये।
काबुल फैक्ट्री में कैद है सतपाल
अफगानिस्तान में सतपाल भी रख फैक्ट्री में फंसे हैं। सतपाल के परिजनों की माने तो खुर्जा के गाँव किर्रा के रहने वाले सतपाल सिंह नौ माह पूर्व काम के सिलसिले में अफगानिस्तान के काबुल गए थे।
काबुल की एक फैक्ट्री में सतपाल सिंह वेल्डिंग का काम कर रहे थे। इसी बीच अफगानिस्तान पर तालिबान ने चढ़ाई कर दी और जो जहां था वहीं कैद हो गया।
सतपाल अपने 15 साथियों के साथ फैक्ट्री में बंद है। सतपाल की सलामती के लिए परिवार ही नहीं गांव के बाशिंदे भी भगवान की शरण में हैं और सलामती के लिए गांव के ही मंदिर में भगवान से पूजा अर्चना कर रहे हैं।
शाहजहांपुर के जीत बहादुर थापा की भारत वापसी
शाहजहांपुर का रहने वाला एक परिवार भी अपने बेटे की सलामती के लिए दुआएं कर रहा है। शाहजहांपुर का रहने वाला जीत बहादुर थापा अफगानिस्तान में फंस गया है। बेटे की सकुशल वापसी के लिए परिवार पीएम मोदी से गुहार लगा रहे।
थाना सदर बाजार के चुनाव इलाके के रहने वाले जीत बहादुर थापा ढाई साल पहले काबुल में एक फैक्ट्री में नौकरी करने के लिए गए थे। उस वक्त अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना का वर्चस्व था और शांति थी। लेकिन अचानक तालिबान के कब्जे के बाद पूरे काबुल में अराजकता और दहशत का माहौल है।
इस परिवार का जीत बहादुर मैसेज के जरिए अपने परिवार वालों से 2 दिन पहले बातचीत कर रहा था। थापा ने बातचीत के दौरान बताया कि काबुल में हालात बेहद खराब है। जीत बहादुर से हुई बातचीत के बाद पूरा परिवार सदमे में है।
परिवार सिर्फ इस बात की प्रार्थना कर रहा है कि किसी तरह जीत बहादुर अपने वतन वापस लौट आए। परिवार का कहना है कि दोबारा वह कभी भी जीत बहादुर को विदेश नहीं जाने देंगे। पूरे परिवार ने प्रधानमंत्री मोदी से जीत बहादुर की सकुशल वापसी की गुहार लगाई है।